स्टेप मॅाम सन सेक्स कहानी में मैंने अपनी सौतेली माँ के साथ सेक्स की घटना बतायी है. मेरी मम्मी सिर्फ 35 साल की विधवा थी. मैंने अपनी वासना से उनकी वासना को भिड़ा दिया.
दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं मुंबई से हूँ.
यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है, जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ.
मेरे घर में मम्मी बहन और मुझको मिलाकर हम 3 लोग ही हैं.
मेरी मम्मी का नाम मनीषा है. उनकी उम्र 35 साल है.
बहन दीपिका की उम्र 19 साल है और मेरी उम्र 22 साल है.
उम्र का ये कम अंतर इसलिए ऐसा है कि मेरी मम्मी मुझे सात साल की उम्र में ही छोड़ कर स्वर्ग सिधार गई थीं. उसके बाद पापा ने इन वाली मम्मी से शादी कर ली थी और मेरी इन मम्मी की भी ये दूसरी शादी थी.
नई वाली मम्मी के मां बाप ने अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण उनकी शादी किसी अधेड़ उम्र के आदमी से कर दी थी.
उस आदमी ने औलाद पैदा न कर पाने की वजह से एक लड़की गोद ले ली थी और उसके एक साल बाद ही वो आदमी मर गया था.
उसके बाद मेरी इन वाली मम्मी ने मेरे पापा से शादी कर ली तो वो अपने साथ उस लड़की को भी ले आई थीं.
फिर जब मैं आठ साल का था, तब मेरे पापा का एक्सिडेंट हो गया था, उसमें उनकी मौत हो गयी थी.
पापा के जाने के बाद घर की सारी ज़िम्मेदारियां मम्मी पर आ गई थीं.
मेरे पापा एक सरकारी अफसर थे इसलिए मम्मी को पेंशन मिलने लगी थी.
अच्छी खासी पेंशन मिलती थी तो उसी से हमारा घर चलने लगा था.
दोस्तो, अब मैं आपको अपनी मम्मी के बारे में बता देता हूँ. मेरी मम्मी एक हाउस वाइफ हैं. उनकी उम्र जरूर 35 साल की हो गई थी लेकिन वो अभी भी 26 साल की लगती हैं.
वो अपने आपको बहुत मेंटेन रखती हैं. उनका रंग भी एकदम गोरा है और फिगर की बात करूँ, तो उनकी 38-32-38 की फिगर एकदम जानलेवा है.
मेरी मम्मी हमेशा साड़ी पहनती हैं.
मेरी बहन भी दिखने में बिल्कुल सेक्सी है, उसका फिगर भी 32-28-34 का है. वो हमेशा जीन्स और टॉप पहनती है और घर में लैगी के साथ टी-शर्ट पहनती है जिसमें उसके चूचे और गांड एकदम उभर कर दिखते हैं.
जब भी मैं और मम्मी घर पर अकेले होते हैं, तो आपस में खूब मजाक करते हैं. वो मुझे अपना दोस्त मानती हैं और यही कहती हैं कि तू मेरा दोस्त है.
मैं भी मजाक में कह देता कि हां मनीषा तू मेरी गर्ल फ्रेंड है.
वो भी मेरी बात से खुश हो जातीं और कभी कभी तो वो मेरे गले से लग जाती थीं जिससे मुझे अपनी छाती में मम्मी की चूचियां गड़ कर एक अजीब सी सनसनी दे जाती थीं और मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता था, जिसे मम्मी महसूस करके मुझसे अलग हो जाती थीं.
यह स्टेप मॅाम सन सेक्स कहानी उस वक्त की है, जब मेरी बहन दीवाली के वक्त अपने मामा के घर गयी हुई थी.
घर पर मैं और मम्मी ही थे.
उस वक्त मम्मी मुझे नए कपड़े लेने के लिए बोल रही थीं लेकिन मेरी पसंद ज्यादा अच्छी नहीं थी तो मैं मम्मी को अपने साथ में लेकर गया.
हम दोनों एक शॉप में कपड़े लेने लगे.
मैंने पैंट पसंद की तो मम्मी बोलीं- हां ठीक है, इसे ट्राइ करके देख लो.
लेकिन उस दिन मैंने अंडरवियर नहीं पहनी थी, इसलिए मैं शर्मा रहा था.
मैंने मम्मी के कान में भी कहा कि मैंने अन्दर कुछ पहना नहीं है यार … घर पर देख लूँगा.
मगर मम्मी बोलीं- नहीं अभी ही चैक करो. चलो, जाओ ट्रायल रूम में!
मैं रूम के अन्दर गया और उसे लॉक करना भूल गया. मैं अन्दर पैंट निकाल कर खड़ा था,इतने में मम्मी अन्दर आ गईं और मेरा लौड़ा देख कर शॉक हो गईं.
वो मेरे लौड़े को देखती हुई बोलीं- तूने अंडरवियर क्यों नहीं पहनी?
मैंने कहा- मैंने कहा तो था कि मैंने अन्दर कुछ नहीं पहना है.
ये कह कर मैंने मम्मी को अपना लौड़ा हिला कर दिखाते हुए जल्दी से पैंट पहन ली.
मम्मी ने भी हंस कर होंठ दबा लिए.
उस दिन पहली बार मम्मी ने मेरा लौड़ा देखा था.
मैं अन्दर से बहुत खुश था.
उसके बाद मैं और मम्मी कपड़े लेकर घर वापस आने लगे थे.
मम्मी बोलीं- चल, पहले तेरे लिए अंडरवियर भी ले लेते हैं.
मैंने कहा- हैं तो मेरे पास!
मम्मी ने कहा- तो पहनी क्यों नहीं थी?
मैंने कहा- मुझे ऐसे ही ज्यादा आराम मिलता है.
मम्मी हंस कर बोलीं- तुझे तो नंगा घूमने में अच्छा लगेगा तो क्या यूं ही नंगा हिलाता हुआ घूमता रहेगा?
मैंने कहा- क्या यार मम्मी, आप भी बस पीछे ही पड़ गईं?
वो धीमी आवाज में बोलीं- पीछे नहीं आगे के लिए पड़ गई.
मैंने सुन तो लिया था लेकिन चुप रहा.
फिर हम दोनों एक दूसरी शॉप पर चले गए.
मुझे 85 नंबर की चड्डी लगती थी, लेकिन मम्मी ने 90 नंबर की ली.
मैंने पूछा- ऐसा क्यों मम्मी?
मगर वो कुछ नहीं बोलीं.
फिर मम्मी पेमेंट करती हुई बोलीं- चल मुझे अपनी भी शॉपिंग करनी है.
मम्मी और मैं और एक लेडीज सामान वाली शॉप में चले गए.
जहां मम्मी ने दुकानदार से ब्रा दिखाने को बोला.
दुकानदार ने मम्मी से साइज़ पूछा.
मम्मी बोलीं- 38 साइज़ वाली दिखाओ. मैं ट्राई करके देखती हूँ.
फिर मम्मी ब्रा ट्राइ करने ट्रायल रूम में चली गईं और बोलीं- इससे थोड़ी और बड़ी दिखाओ.
फिर मम्मी ने अपने लिए लाल रंग की जालीदार ब्रा और पैंटी ले ली.
फिर मम्मी बोलीं- अठारह साल की लड़की के लिए भी ब्रा पैंटी दिखाओ.
वो दुकानदार छोटी साइज़ की ब्रा पैंटी लेने मुड़ गया.
मैंने मम्मी से पूछा- क्यों मम्मी, आपको तो बड़ी लगती है … फिर ये क्यों?
मम्मी बोलीं- तेरी बहन के लिए, वो भी अब बड़ी हो गयी है.
मैं बोला- लड़कियां तो समीज पहनती हैं ना … ब्रा क्यों?
मम्मी बोलीं- तू कुछ नहीं जानता है. मैं तुझे घर पर बता दूँगी. उसे भी अब ब्रा लगने लगी है.
मेरी समझ में झांट कुछ नहीं आया कि ब्रा क्यों लगने लगी है.
मैंने बस यूं ही ओके बोल दिया.
फिर हम घर जाने के लिए निकल पड़े.
रास्ते में मम्मी ने मुझसे फिर से गाड़ी रोकने के लिए बोला.
उन्होंने कहा- बेटा तेरे लिए आइसक्रीम … और कुछ चॉकलेट लेना है, तो तू लेकर आ.
मम्मी ने 500 रुपए दे दिए.
मैं सामने से दो आइस क्रीम चार कुल्फी और दो डेयरीमिल्क चॉकलेट्स लेकर आया.
अब हम दोनों घर की ओर निकल पड़े.
घर जाते ही मम्मी मुझसे बोलीं- पहले तू अंडरवियर ट्राई करके देख!
मैं बोला- मैं बाद में कर लूँगा.
लेकिन मम्मी ज़िद कर रही थीं तो मैं अपने कमरे में जाकर अंडरवियर पहन ही रहा था कि मम्मी वहां पर आ गईं और बोलीं- बेटा ये ठीक है.
वो मुझे चड्डी में देखती हुई वहां से बाहर चली गईं.
मैंने कुछ सोचा और फिर से मम्मी को आवाज़ दी कि मम्मी आप भी ट्राई करके देख लो ना!
मम्मी बोलीं- हां बेटा, मैं बाद में कर लूंगी.
लेकिन मैं भी अब ज़िद करने लगा.
मुझे भी उनको नंगी देखने का मन हो गया था.
मैं ज़िद करने लगा तो मम्मी कमरे में आ गईं और बोलीं- ठीक है. मैं अपने रूम में जाकर करती हूँ.
तो मैं बोला- यहां क्या दिक्कत है? यहां ही कर लो ना!
मम्मी शर्मा तो रही थीं मगर वो अपना ब्लाउज खोलने लगी थीं.
फिर अचानक से वो झिझकने लगीं और मेरी तरफ देखने लगीं.
मैंने आगे बढ़ कर उनका ब्लाउज खोल कर निकाल दिया और उनकी मिल्क फैक्ट्री को ब्रा में ही देखने लगा.
उनके दूध एकदम कसे हुए थे.
मैं मम्मी के दूध देखकर एकदम से हैरान हो गया था और उनके मम्मों को देख कर अपने लौड़े को सहलाने लगा था.
इसी बीच मम्मी ने भी अपनी पुरानी ब्रा निकाल दी.
अब मम्मी के दोनों बूब्स मेरे सामने खुले थे.
मेरा लौड़ा अंडरवियर में खड़ा हो गया और मम्मी ने उसे देख लिया.
मैंने अपने लंड को बाहर निकाल दिया.
‘अरे ये क्या किया तूने?’
मैं कुछ नहीं बोला और मम्मी से बोला- आप नई वाली ब्रा पहनो.
मम्मी ने ब्रा पहन ली.
वो इस जाली वाली ब्रा में बहुत सेक्सी लग रही थीं … बिल्कुल सनी लियोनी जैसी लग रही थीं.
मम्मी मेरे लंड को देखती हुई बोलीं- कैसी है बेटा?
मैंने लंड अन्दर करते हुए कहा- बहुत बढ़िया, लेकिन मम्मी ये इतनी बड़ी क्यों ली?
मम्मी बोलीं- बेटा, ज़्यादा फिट रहती है तो मेरी छातियों में दर्द होता है.
मैंने ओके बोल दिया.
मम्मी बाहर जा रही थीं.
इतने में मैंने फिर से मम्मी से कहा- मम्मी वो पैंटी भी पहन कर देख लो ना!
मम्मी हंस कर बोलीं- नहीं, वो मैं बाद में पहन लूँगी. तेरे सामने पहनी तो तेरी हालत बिगड़ जाएगी!
मैं जिद करते हुए बोला- नहीं मम्मी, अब नहीं होगा.
अभी भी मैं वैसे ही अंडरवियर में था, सामने मेरी मम्मी ब्रा और पेटीकोट में थीं.
फिर मम्मी ने पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और उनका पेटीकोट नीचे गिर गया.
मेरे सामने मेरी मम्मी नई ब्रा और पुरानी पैंटी में थीं.
मम्मी एक तौलिया पहन कर पैंटी चेंज कर रही थीं.
मैंने मम्मी से कहा- अरे यार मम्मी, टॉवल मत लगाओ. आपने मुझे तो नंगा देख लिया और खुद छिपा रही हो. मुझे भी आपको नंगी देखना है.
मम्मी बोलीं- ऐसी जिद क्यों बेटा, बाद में देख लेना … अभी नहीं.
मैं बोला- बाद में घर पर छुटकी रहेगी. अभी दिखा दो ना!
ये सुनकर मम्मी ने मेरे सामने अपनी पैंटी उतार दी.
मैं मम्मी की चुत को देख कर तो मानो मदहोश हो गया था. मेरा लौड़ा और ज़्यादा अकड़ कर खड़ा हो गया.
मैं मम्मी के पास गया और नीचे बैठ गया.
मम्मी खड़ी थीं.
मैं उनकी चुत को घूर कर देख रहा था.
मम्मी बोलीं- ऐसे क्यों देख रहे हो?
मैं बोला- मम्मी मुझे अच्छे से देखना है.
मम्मी हंस कर बोलीं- उसमें देखने को क्या है?
मगर मैंने उनकी बात को अनसुना किया और देखते ही देखते मैंने मम्मी की चुत पर अपने होंठ लगा दिए.
मम्मी एकदम से पीछे होती हुई बोलीं- ये क्या कर रहे बेटा?
मैं बोला- कुछ नहीं, बस जरा टच कर रहा हूँ.
मम्मी कुछ नहीं बोली और दो मिनट बाद मम्मी बोलीं- चलो बेटा, अब छोड़ो. मुझे कपड़े पहनने दो.
मैं मम्मी को मना कर रहा था क्योंकि मैं मम्मी को अब चोदना चाहता था.
मैंने मम्मी से बोला- नहीं मम्मी, मुझे अच्छे से देखने दो.
मम्मी बोलीं- बेटा, मैं खड़ी हूँ. चलो पहले बेड पर बैठ जाती हूँ, वहां अच्छी तरह से देख लेना.
मेरी मम्मी बेड पर बैठ गईं और मैं मम्मी की चुत के पास चला गया था.
बस देखते ही देखते मैंने मम्मी की चुत को चूसना शुरू कर दिया.
मुझे उनकी चुत का रस बहुत टेस्टी लग रहा था.
एकदम नमकीन स्वाद आ रहा था.
उससे मुझे बेहद मज़ा आ रहा था.
उनकी चुत बिल्कुल क्लीन थी.
मम्मी कामुक सिसकारियां लेने लगीं और मुझे मना करने लगीं.
फिर मैंने भी मम्मी का एक हाथ उठा कर अपने अंडरवियर के ऊपर रख दिया और मम्मी भी मेरा लंड दबाने लगीं.
मैं उनकी चुत को चाट रहा था.
मम्मी ‘आआ ईई …’ की आवाज़ निकाल रही थीं.
मुझे खूब मज़ा आ रहा था.
मैं उनकी चुत को कई मिनट तक चूसता रहा.
फिर हम 69 पोज़िशन में आ गए.
अब मम्मी ने भी मेरा लंड मुँह में ले लिया था.
मम्मी के मुँह में मेरा लंड आधा ही जा रहा था.
मैं उनसे पूरा लौड़ा लेने को बोल रहा था, वे मना कर रही थीं.
लेकिन कुछ मिनट बाद मम्मी ने पूरा लौड़ा मुँह में ले लिया.
अब मैं बहुत खुश था.
उस वक्त मम्मी बोलीं- मुझे सुसू लगी है, मैं टॉयलेट में जाकर आती हूँ.
मैं बोला- अरे मम्मी … यही कर दो ना मेरे मुँह में. मुझे भी लगी है, मैं भी आपके मुँह में कर देता हूँ.
हम दोनों ने एक साथ एक दूसरे मुँह में मूत दिया.
बड़ा ही नमकीन और टेस्टी मूत था.
मम्मी ने भी मेरा मूत पी लिया था.
अब रात के 9 बज गए थे.
मम्मी बोलीं- बेटा, अब मैं खाना बना लेती हूँ. बाद में तुझे जो करना है कर लेना!
मैंने मम्मी को बोल दिया- मुझे भूख नहीं है, मैं आइस क्रीम खा लूँगा.
मम्मी बोलीं- ठीक है … पहले खा लो, बाद में जो करना चाहो तो कर लेना.
मैं वहां से उठ कर किचन में गया और आइस क्रीम लेकर रूम में आ गया.
मैंने मम्मी से भी कहा- लो आप भी खा लो.
मैंने मम्मी की ब्रा भी निकाल दी और मम्मी के बूब्स चूसना शुरू कर दिया.
मम्मी आइसक्रीम खा रही थीं और मैं उनके दूध चूस रहा था.
बूब्स चूसते चूसते मैंने एक आइसक्रीम मम्मी के मम्मों पर डाल दी और मम्मी के मम्मों के ऊपर लगी आइसक्रीम चाट कर साफ करने लगा.
इससे मम्मी को बड़ा मजा आया था.
उसके बाद मैंने उनकी चुत पर भी थोड़ी आइस क्रीम डाली और मुँह लगाने को हुआ कि मम्मी ने 69 में आकर मेरे लौड़े के ऊपर भी आइस क्रीम डाल दी और हम दोनों एक दूसरे के सामान पर आइस क्रीम को चाटने लगे.
मेरी मम्मी भी मेरा लौड़ा लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी थीं.
सच में बहुत मज़ा आ रहा था.
मैं मम्मी को अब मनीषा नाम से बोल रहा था और मम्मी मुझे अपना पति बोल रही थीं.
फिर मैंने फ्रिज से कुल्फी निकाली और मम्मी की चुत में अन्दर डालने लगा.
ठंडी कुल्फी से मम्मी चिल्ला रही थीं- आह बेटा ज़्यादा मत तड़पा … तुझे जो करना है, जल्दी से कर ले.
मम्मी पूरी तरह जोश में आई हुई थीं.
मैंने उनकी चुत से कुल्फी बाहर निकाली और उनसे कुल्फी चूसने को कहा.
मम्मी कुल्फी को अपने मुँह में लंड के जैसे चूस कर खाने लगीं. एक और कुल्फी को मैं मम्मी की गांड में डालने लगा.
वो कुल्फी गांड के अन्दर नहीं जा रही थी. मम्मी की गांड बहुत टाइट थी.
फिर मैंने मम्मी की पेल दी.
मम्मी बहुत जोर से चिल्ला उठीं- उई ईईई बस मेरा राजा … मत डालो ना.
लेकिन मैंने फिर से उंगली निकाल कर डाल दी.
इस बार मेरी पूरी उंगली मम्मी की गांड के अन्दर चली गयी.
वो फिर से कराह उठीं.
मैंने उंगली बाहर निकाली और अपने मुँह में लेकर चाट ली.
ये देख कर मेरी मम्मी ने मुझे चूम लिया.
अब हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.
किस करते वक्त मैं मम्मी की चुत में उंगली डाल रहा था और उन्हें गाली दे रहा था- आह मेरी जान मनीषा साली … कब से तेरी चुत चोदने को तड़फ रहा था.
मम्मी भी अपनी चुत को मेरी उंगली से रगड़वा रही थीं और वो कुछ ही देर में झड़ गईं.
मैंने मम्मी की चुत का सारा पानी पी लिया.
सच में बहुत टेस्टी था.
अब मैंने मम्मी को चुदाई की पोजीशन में लिटा कर अपना लौड़ा उनकी चुत के ऊपर रख दिया.
वे अभी संभल भी नहीं पाई थीं कि मैंने धक्का दे दिया.
गीली चुत होने से मेरा लंड अन्दर घुसता चला गया.
लंड बड़ा होने के कारण मम्मी की चुत में आसानी से अन्दर नहीं जा पा रहा था.
मम्मी दर्द की वजह से जोर से चिल्ला रही थीं.
मैंने मम्मी के होंठों पर अपने होंठ जमाए और उन्हें किस करने लगा.
मम्मी मेरे साथ किस में मस्त होने लगीं और इधर मैंने उन्हें चुंबन करते करते अपना पूरा लंड उनकी चुत में पेल दिया.
अचानक से लंड अन्दर घुसा तो मम्मी जोर से चिल्ला दीं- आई मर गई आआह … धीरे कर साले फाड़ेगा क्या?
मैं उनकी चिल्लपौं को नजर अन्दाज करते हुए जोर जोर से धक्के मारता जा रहा था.
कुछ देर बाद मम्मी को मजा आने लगा और वो अपनी दोनों टांगें हवा में उठा कर बरसों बाद मिले लौड़े का मजा लेने लगीं.
दस मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था.
मैंने लौड़ा चुत से निकाला और मम्मी के मुँह में झड़ गया.
मम्मी देर तक मेरा लौड़ा चूसती रहीं.
इससे मेरा लौड़ा फिर से खड़ा हो गया.
मैंने मम्मी से कहा- मम्मी मुझे आपकी गांड मारनी है.
मम्मी बोलीं- नहीं बेटा, मैंने आज तक गांड में लंड नहीं लिया है. प्लीज ऐसा मत करो.
मैं उनके बाल पकड़ कर उन्हें गाली देते हुए बोला- चल रंडी, कुतिया बन जा … आज मैं कुछ सुनने वाला नहीं हूँ.
वे समझ गईं कि मेरे अन्दर का मर्द जाग गया है और अब गांड मराना ही पड़ेगी.
मैंने मम्मी को डॉगी स्टाइल में आने को कहा, वे कुतिया बन गईं.
मैं उनकी गांड के छेद में थूक कर छेद को चूसने लगा.
कुछ ही मिनट चूसने के बाद मेरा लौड़ा फनफनाने लगा तो मैंने लंड की नोक उनकी गांड पर रख दी और जोर का धक्का दे मारा.
धक्का लगते ही वो एकदम से नीचे गिर गई और तड़फने लगीं.
मैंने उन्हें गाली देते हुए फिर से उठाया- उठ बहन की लौड़ी … साली ड्रामा चोद रही है.
मम्मी घोड़ी बन गईं और मैंने अपना लौड़ा उनकी गांड में पेल दिया.
वो बहुत जोर से चिल्ला रही थीं. मगर मैं गांड मारता रहा.
कुछ मिनट तक उनकी गांड मारने के बाद मैं गांड में ही झड़ गया.
फिर हम दोनों सो गए.
उस रात मैंने मनीषा को 3 बार चोदा.
सुबह मेरी बहन आने वाली थी.
मैंने मम्मी से कहा- मैं दीपिका को भी चोदना चाहता हूँ.
मम्मी ने हां बोल दिया, मम्मी बोलीं- हम थ्रीसम करेंगे.
मैंने ओके कह दिया और सो गया.
अगले दिन दीपिका भी मेरे लौड़े से चुदने वाली थी.
मैंने उन दोनों को एक साथ में कैसे चोदा, ये आपको अगली सेक्स स्टोरी में बताऊंगा.
मेरी ये स्टेप मॅाम सन सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, प्लीज़ कमेंट करके जरूर बताएं.