फोन सेक्स चैट करके मैंने अपनी ममेरी बहन को चुदाई के लिए गर्म करके मना लिया. हम दोनों ने फोन पर क्या क्या बातें की, इस कहानी में पढ़ कर मजा लें.
मेरे मामा की दो बेटियां थीं. बड़ी वाली का नाम मेघा था और छोटी का नाम सलोनी था.
दोनों ही बहुत सुंदर थीं.
बड़ी वाली का एड्मिशन पटना के कॉलेज में हो गया था.
मैंने ही उसे इस कॉलेज का नाम बताया था.
मेघा से मेरी ज़्यादा बात होती थी लेकिन घर पर वो मुझसे ज़्यादा बात नहीं करती थी.
अब हॉस्टल गए मेघा को 3-4 महीने हो गए.
वो मुझे सिर्फ़ अपना बड़ा भाई मानती थी और कुछ नहीं.
लेकिन मैं उसके पीछे पागल हुआ था.
मेरी और मेघा की भी बातें शुरू हुईं और कुछ दिन तक सिर्फ सामान्य बातें हुईं.
फिर एक दिन फोन सेक्स चैट शुरू हुई:
मैं- हाय.
मेघा- हाय भैया.
मैं- कैसी हो?
मेघा- बढ़िया, आप बताओ. आज इतनी रात 11 बजे मैसेज?
मैं- क्यों, नहीं कर सकता क्या?
मेघा- अरे बिल्कुल कर सकते हैं. घर में प्राब्लम होती थी. यहां कोई प्राब्लम नहीं है. आप बताइए?
हम लोगों की चैटिंग होते होते रात के 12:30 बज गए.
मेघा- क्या आपको रात को नींद नहीं आती है?
मैं- नहीं.
मेघा- अच्छा!
मैं- तुम तो रज़ाई में होगी?
मेघा- हां … बाहर बहुत ठंड है.
मैं- क्या पहन कर सोती हो रात को?
मेघा- नाइट सूट बस!
मैं- तुम्हारी बाकी फ्रेंड्स कहां हैं?
मेघा- सिर्फ़ एक रूममेट है. वो भी रज़ाई में है और अपने ब्वॉयफ्रेंड से बातें कर रही है.
ये बोल कर मेघा हंसने लगी.
मैं- तुमने कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं बनाया?
मेघा- पता चल गया ना किसी को कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड है, तो मुझे बहुत मार पड़ेगी.
मैं- और अगर पता ना चले तो?
मेघा- मैं छुपा नहीं पाती भैया. पता चल ही जाएगा … और वैसे भी ब्वॉयफ्रेंड की ज़रूरत नहीं है मुझे. टाइम ही नहीं मिलता.
मैं- हां, ये बात तो है. मैं ही तुम्हारा ज़्यादा टाइम ले लेता हूँ.
मेघा- अरे नहीं भैया, आप तो अपने हैं.
मैं- तुम ही मेरी सबसे प्यारी बहन हो.
मेघा- और आप मेरे सबसे प्यारे भैया.
मैं- चलो एक क़िस्सी दो.
मेघा- मम्मूउआहह … खुश!
मैं- हां … तुम मुझे किसी बात के लिए भी मना नहीं करती ना!
मेघा- नहीं … आपको तो मेरे बारे में सब पता ही है.
मैं- अगर कभी कुछ मांगूगा तो मना तो नहीं करोगी ना?
मेघा- नहीं भैया.
मैं- पक्का ना!
मेघा- पक्का.
मैं- फिर कोई एक्सक्यूज नहीं चलेगा.
मेघा- ऐसा क्या मांगने जा रहे आप मुझसे?
मैं- सोच लो … मना तो नहीं करोगी ना?
मेघा- आप डरा रहे है मुझे!
मैं- एक क़िस्सी दो.
मेघा- ये लो … मम्मूऊअहह.
मैं- अच्छा … लीजिए से सीधे लो!
मेघा- सॉरी भैया. मैं अपने फ्रेंड्स से ऐसे ही बात करती हूँ तो मुँह से निकल गया.
मैं- मुझे भी फ्रेंड ही मान लो.
मेघा- आप तो फ्रेंड से ज़्यादा हो. भाई हो आप मेरे!
मैं- अच्छा!
मेघा- हां.
मैं- एक बात कहनी थी तुमसे!
मेघा- बताइए ना.
मैं- तुम बहुत अच्छी लगती हो मुझे!
मेघा- आप भी बहुत अच्छे लगते हैं मुझे!
मैं- लेकिन में प्यार करने लगा हूँ तुमसे.
मेघा- भाई बहन वाला प्यार ना!
मैंने कोई रिप्लाइ नहीं किया.
मेघा- बताइए ना … भाई बहन वाला प्यार ना?
मैं- नहीं.
अब मेघा ने मुझे समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन मैं नहीं माना.
मेघा- मैं हार गयी आपके सामने. आप मेरी बात मानते ही नहीं हैं.
मैं- प्यार करता हूँ बस!
मेघा- अच्छे तो आप भी बहुत लगते हैं लेकिन मैंने कभी वैसा सोचा नहीं.
फिर 4-5 दिन तक मेरी और मेघा की ऐसी ही बातें होने लगीं और हम लोग और करीब आने लगे.
एक रात हम दोनों बातें कर रहे थे.
मैंने मेघा से पूछा कि क्या पहना है?
मेघा- टी-शर्ट और शॉर्ट्स.
मैं- और?
मेघा- बस … और क्या पहनूंगी?
मैं- अन्दर?
मेघा- भैया मुझे बताने में शर्म आती है.
मैं- शर्माना कैसा!
मेघा- नहीं … प्लीज़.
मैं- बताओ ना!
मेघा- कहीं आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड तो नहीं बनाना चाहते?
मैं- वो तो तुम हो ही मेरी … बहुत पहले से!
मेघा- नहीं भैया. किसी को पता चल गया तो?
मैं- किसी को पता नहीं चलेगा.
मेघा- अच्छा!
मैं- बताओ क्या पहना है अन्दर?
मेघा- पैंटी पहनी है.
मैं- और?
मेघा- भैया मैंने आज तक किसी से ऐसी बातें नहीं की.
मैं- अच्छा पहले बताओ तो … और क्या पहना है?
मेघा- आप बहुत गंदे हो.
मैं- बताओ ना प्लीज़!
मेघा- ब्रा पहनी है.
मैं- ब्रा में क्या है?
मेघा- अब में कुछ नहीं बताऊंगी. आप सब पूछे ले रहे हो मुझसे!
मैं- बताओ ना?
मेघा- क्या?
मैं- ब्रा में क्या है?
मेघा- बूब्स.
मैं- और पैंटी में?
मेघा- उसका नाम नहीं पता मुझे … और ना बताना है.
मैं- मुझे तुम्हें देखना है.
मेघा- लाइट ऑफ है. वीडियो कॉल नहीं हो पाएगी.
मैं- मैं वहां आकर तुम्हें देखूंगा.
मेघा- आप तो बहुत दूर हैं … कैसे आएंगे?
मैं- फोन से.
मेघा- वो कैसे?
मैं- देखो तुम्हारे सामने खड़ा हूँ.
मेघा- कहां … मुझे तो नहीं दिख रहे आप?
मैं- आंखें बंद करो, तब दिखूंगा.
मेघा- बंद कर लीं … हां दिख गए आप.
मैं- रूम में कोई नहीं है क्या?
मेघा- एक फ्रेंड है लेकिन वो घर गयी हुई है.
मैं- तुम खुले बालों में बहुत सुंदर लगती हो मेघा.
मेघा- थैंक्स.
मैं- तुम्हारे बाल बांध दूँ?
मेघा- हां.
मैं- तुम्हारे पास आ गया. बहुत अच्छी खुशबू आ रही है.
मेघा- अच्छा!
मैं- तुम्हारी गर्दन पर किस कर लिया मैंने.
मेघा- अरे ये क्या कर रहे आप?
मैं- किस किया है.
मेघा- बहन हूँ मैं आपकी.
मैं- दूर की बहन हो … और तुमने तो मुझे राखी भी नहीं बांधी.
मेघा- वो मुझे नहीं पता.
मैं- बड़ी हो गई हो तुम अब … कितने साल की हो?
मेघा- 20 की.
मैं- देखने में तो ज़्यादा की लगती हो.
मेघा- ज़्यादा खाती हूँ ना इसलिए.
ये बोल कर वो हंसने लगी.
मैं- तुम्हारे पास से खुशबू आ रही है मेघा.
मेघा- क्या कर रहे हैं आप?
मैं- तुम्हारी गर्दन को किस कर रहा हूँ.
मेघा- परेशान कर रहे है आप मुझे!
मैं- तुम्हारे होंठों को भी किस करना है मुझे.
मेघा- भैया नहीं.
मैं- प्लीज़ करने दो. किसी को पता नहीं चलेगा.
मेघा- अच्छा!
अब मेघा भी तैयार हो रही थी.
मैं- मैं तुम्हारे होंठों को चूस रहा हूँ मेघा.
मेघा- अच्छा … आप अपनी बहन के साथ और क्या करने वाले हैं?
मैं- सब कुछ.
मेघा- मतलब?
मैं- मतलब तुम्हें समझ आ जाएगा.
मेघा- लेंगे भी क्या आप मेरी?
मैं- दोगी तुम?
मेघा- मैं नहीं दूँगी.
मैं- अकेली हो रूम में तुम … कैसे बचा पाओगी खुद को?
मेघा- शर्म नहीं आएगी आपको … अपनी बहन की लेते हुए?
मैं- ना.
मेघा- बाप रे.
मैं- तुम्हारी टी-शर्ट उतार दी मेघा.
मेघा- अरे आप तो सीरीयस हो गए.
मैं- ब्रा में हो ना तुम?
मेघा- आपको कैसे पता.
मैं- तुम्हारे सामने ही तो हूँ.
मेघा- ओके.
मैं- तुम ब्रा में बहुत हॉट लग रही हो.
मेघा- ऐसे बोलते हो तो अजीब सा लगता है.
मैं- अपने दूध पिलाओगी मेघा?
मेघा- हाय राम.
मैं- बोलो ना?
मेघा- उनमें कुछ आता ही नहीं है.
मैं- ब्रा उतार दूँ तुम्हारी?
मेघा- मना कर दूँगी तो मान जाओगे क्या?
मैं- उतार दी. बहुत सॉफ्ट दूध हैं तुम्हारे. क्या साइज़ है?
मेघा- खुद पता करो. मैं क्यों बताऊं.
मैं- चूस लूँ?
मेघा- हां.
मैं- तुम्हारे दोनों बूब्स हाथ में लेकर दबा रहा हूँ मेघा.
मेघा- मेरा नाम क्यों लेते हो. बहुत अजीब सा लगता है.
मैं- मसल रहा हूँ तुम्हारे दूध मेघा.
मेघा- आआआहह.
मैं- क्या हुआ?
मेघा- गुदगुदी होती है.
मैं- अच्छा लगता है?
मेघा- हां.
मैं- और दबाऊं?
मेघा- हां.
मैं- तुम सपोर्ट करोगी तभी और दबाऊंगा, वर्ना नहीं.
मेघा- ओके.
मैं- रिक्वेस्ट करो पहले.
मेघा- भैया मेरे बूब्स दबाइए.
मैं- दबा रहा हूँ मेघा.
मेघा- आह और तेज़ी से भैया … आआहह.
मैं- और कसके मेघा?
मेघा- हां भैया … और कसके … आअहह.
मैं- तुम्हारे बूब्स टाइट हो रहे हैं मेघा.
मेघा- हां दबाते रहो.
मैं- तुम्हारे दोनों दूध हाथ में लेकर कस कसके दबा रहा हूँ.
मेघा- आआह आअहह … मम्मयी.
मैं- ब्रा टाइट हो गई क्या सच में!
मेघा- हां भैया.
मैं- तो उतार दो ना!
मेघा- पहले ही उतार दी थी.
मैं- अब क्या कर रही हो?
मेघा- मैं कहां कुछ कर रही हूँ. जो कर रहे हैं, आप कर रहे हैं.
मैं- अब तुम्हारे निप्पल मुँह में लेकर चूस रहा हूँ.
मेघा- आह अहह.
मैं- शॉर्ट्स में हाथ डाल दिया तुम्हारी.
मेघा- क्यों?
मैं- अभी पता चलेगा तुम्हें.
मेघा- कहीं आज आप सच में तो नहीं ले लेंगे मेरी?
मैं- तुम्हारा देने का मन है?
मेघा- आप अपना बताइए.
मैं- मेरा तो हमेशा ही तुम्हारी लेने का मन करता है.
मेघा- अच्छा … इतनी अच्छी लगती हूँ मैं आपको?
मैं- हां.
मेघा- मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि मैं आपके साथ ये सब कर रही हूँ.
मैं- अरे किसी को पता नहीं चलेगा.
मेघा- ठीक.
मैं- फिर तो आज लेकर रहूँगा तुम्हारी.
मेघा- बहुत मन है आपका मेरी लेने का?
ये कह कर मेघा हंसने लगी.
मैं- तुम्हारी पैंटी में हाथ है मेरा.
मेघा- हाथ क्यों डाला वहां?
मैं- चैक करना है कि कुछ गीला हुआ वहां या नहीं?
मेघा- अच्छा तो क्या पता चला?
मैं- बहुत गीली है.
मेघा- क्या?
मैं- बता दूँ?
मेघा- हां बताइए.
मैं- तुम्हारी चूत.
मेघा- धत्त.
मैं- अब लूँगा तुम्हारी.
मेघा- कैसे लेंगे?
मैं- तुम्हें पूरी नंगी करके.
मेघा- शर्म नहीं आएगी आपको?
मैं- तुम्हें देने में शर्म नहीं तो मुझे लेने में कैसी शर्म?
मेघा- बहुत दुष्ट हो गए हो.
ये कह कर वो हंसने लगी.
मैं- मैंने तुम्हारी स्कर्ट उतार दी मेघा.
मेघा- ओके … कैसी लग रही हूँ में?
मैं- बहुत सेक्सी. अब क्या करूँ?
मेघा- अब पैंटी भी उतार दीजिए.
मैं- उतार दी.
मेघा- अब मैं आपकी … ले लीजिए मेरी!
मैं- असली में कैसी हो तुम?
मेघा- सिर्फ़ ऊपर का उतरा है. नीचे पहनी हूँ.
मैं- नीचे भी उतारो ना. जब एक बार लेना शुरू करूँगा तो तुमको टाइम नहीं मिलेगा.
मेघा- सिर्फ़ पैंटी पहनी हूँ अब!
मैंने- गुड.
मेघा- भैया मैंने आज तक किसी को नहीं दी. आप पहले इंसान हैं, जो मेरी लेंगे.
मैं- तुम्हारा देने का मन तो है ना?
मेघा- मन ना होता तो इतना सब ना करने देती आपको.
मैं- तुम्हारी जांघें बहुत हॉट हैं मेघा.
मेघा- तो प्यार कर लीजिए ना!
मैं- तुम्हारी जांघ को किस कर रहा हूँ और चाट रहा हूँ.
मेघा- आआआहह.
मैं- तुम्हारी दोनों टांगें खोल दीं और अब मैं तुम्हारी तुम्हारी चूत चूसूंगा.
मेघा- चूस लीजिए.
मैं- तुम्हारी चूत को चाट रहा हूँ मेघा.
मेघा- उम्म्म्म आंह.
मैं- अब तुम्हारी चूत को मुँह में भर कर चूस रहा हू … बहुत गीली है.
मेघा- भैया, ये बहुत पानी छोड़ती है.
मैं- तैयार हो तुम मेघा?
मेघा- किस चीज़ के लिए?
मैं- देने के लिए.
मेघा- क्या देने के लिए?
ये बोल कर मेघा फिर हंसने लगी.
मैं- अपनी चूत.
मेघा- आप तैयार है लेने के लिए?
मैं- तुम्हारी दोनों टांगें फैला दी हैं.
मेघा- मानेंगे नहीं आप बिना लिए?
मैं- अब धीरे धीरे डाल रहा हूँ.
मेघा- कहां.
मैं- तुम्हारी चूत में.
मेघा- भैया बहुत बड़ा है आपका. धीरे धीरे पेलिएगा. बहन हूँ आपकी!
मैं- तुम्हारी चूत बहुत गीली है. मेरा लौड़ा अन्दर जा रहा है मेघा.
मेघा- आआअहह … पहली बार किसी का ले रही हूँ मैं … अजीब सा लग रहा है.
मैं- एक बार आदत हो जाएगी तो तुम्हारा रोज लेने का मन करेगा.
मेघा- भैया चला गया क्या पूरा?
मैं- तुम 20 साल की हो और तुमने अन्दर इतना बड़ा ले लिया.
मेघा हंसने लगी- मुझे क्या पता … आपने ही डाला है तो आपको ही पता होगा!
मैं- धीरे धीरे तुम्हारी चूत में अन्दर बाहर कर रहा हूँ.
मेघा- उम्म्म्म.
मैं- अच्छा लग रहा है?
मेघा- हां … बहुत बड़ा है आपका.
मैं- तुम क्या कर रही हो?
मेघा- मोमबत्ती.
मैं- तुम्हारी चूत बहुत टाइट है मेघा.
मेघा- आप ढीली कर दो.
मैं- अब कस कसके तुम्हारी चूत में कर रहा हूँ.
मेघा- आआह आआ आहह.
मैं- मज़ा आ रहा है न?
मेघा- हां और तेज तेज करिए.
मैं- और कस कसके करूँ?
मेघा- हां और तेज तेज करिए.
मैं- और तेज?
मेघा- हां कसके ले लीजिए मेरी आह भैया.
मैं- एक वर्ड और यूज करते हैं.
मेघा- क्या?
मैं- तुम्हें कसके चोदूं मेघा?
मेघा एक पल शांत रही, फिर बोली- ओके भैया.
मैं- क्या ओके?
मेघा- कसके चोदिए मुझे!
मैं- कस कसके चोद रहा हूँ तुम्हें.
मेघा- आआ आआहह.
मैं- क्या हुआ?
मेघा- बहुत अच्छा लग रहा है.
मैं- टांगें और फैलाओ.
मेघा- फैला दीं भैया.
मैं- और तेज पेलूँ मेघा?
मेघा- हां और कसके भैया … आह और तेज … और तेज … आआ अहह.
मैं- और तेज?
मेघा- हां और तेज … आआआहह. एकदम अन्दर तक.
मैं- खूब अन्दर तक डाल कर करूँ?
मेघा- खूब अन्दर तक डाल कर चोदो. एकदम गहरी कर दीजिए … म्म्म्म और तेज … और तेज और अन्दर तक!
मैं- किस कंडीशन में हो तुम अभी?
मेघा- पूरी नंगी हूँ भैया … और आपसे चुदवा रही हूँ.
मैं- मज़ा आ रहा है चुदने में?
मेघा- बहुत मज़ा आ रहा है. आआह और तेज भैया … और अन्दर … आअहह.
मैं- अच्छे से बोलो क्या करूँ तुम्हारे साथ?
मेघा- मेरी चूत में खूब अन्दर तक लंड डाल कर चोदिए मुझे … खूब चोदिए.
मैं- हां … ले लौड़ा.
मेघा- आप कैसे चोद रहे हैं मुझे?
मैं- तुम्हारी दोनों टांगें फैला कर तुम्हारी चूत को चोद रहा हूँ. तुम्हारे दोनों दूध बहुत उछल रहे है मेघा.
मेघा- आआहह … सही कह रहे आप. मेरे दूध बहुत उछल रहे हैं.
मैं- बहुत गर्म हो तुम?
मेघा- हां भैया … मुझसे लिपट कर लीजिए मेरी.
मैं- तुमसे लिपटा हुआ हूँ. तुम्हारे होंठों को भी चूस रहा हूँ और चुदाई भी कर रहा हूँ तुम्हारी.
मेघा- अपनी बहन की चुदाई कर रहे हैं आप?
मैं- हां … पूरी नंगी करके उसी के बेड पर.
मेघा- आहह … ऐसे क्यों बोलते हो?
मैं- क्यों चुद नहीं रही क्या तुम मुझसे?
मेघा- आप ही से चुद रही हूँ. अब सीधा करके चोदिए.
मैं- कैसे?
मेघा- मेरे ऊपर चढ़ कर. अपने पैरों से मेरे पैरों को फंसा लीजिए. मेरे होंठों को चूसिए और दूध मसलिए … फिर मुझे हचक कर चोदिए.
मैं- वैसे ही चोद रहा हूँ तुम्हें मेघा. तुम्हारी चूत से बहुत पानी आ रहा है.
मेघा- आने दीजिए. आप बस मुझे चोदते रहिए आह.
मैं- शर्म नहीं आती अपने भाई से चुदते हुए?
मेघा- शुक्र है घर में ही चुद रही हूँ. बाहर किसी से नहीं.
ये सुन कर मैंने मेघा की चुदाई और तेज कर दी.
मेघा- और तेज … आअहह … और तेजज़्ज़्ज … और अन्दर पेलो भैया … कुछ निकलने वाला है मेरा … आअहह. औरर … आआहह.
फिर मेघा बिल्कुल शांत हो गई.
मैं- क्या हुआ?
मेघा- पता नहीं … अजीब सा नशा हो गया था. अब सब कुछ सामान्य लग रहा है.
मेघा झड़ कर निढाल हो गई थी.
दोस्तो, मैंने अपनी बहन मेघा को फोन सेक्स चैट के जरिये चोद लिया था.
अब उसे असली में कैसे चोदा और उसकी मम्मी को मालूम चला तब क्या हुआ, वो सब मैं अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग में लिखूँगा.
आप मुझे ईमेल करें और बताएं कि आपको यह फोन सेक्स चैट कहानी पढ़ कर मजा आया या नहीं.
फोन सेक्स चैट कहानी का अगला भाग: