गर्म सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मेरे सहेली अपनी 5 सहेलियों को लेकर मेरे घर आ गयी चुदाई के लिए. अकेले लंड ने सबको कैसे चोदा? पढ़ें और मजा लें.
गर्म सेक्स की कहानी का पिछला भाग:
मैंने फोन उठाया.
उसने पहले तो मेरा हाल पूछा फिर साहिल का!
फिर बोली- यार एक एहसान और कर दे.
तो मैंने बोला- क्या?
वो बोली- यार मेरी कुछ फ्रेंडज़ साहिल से मिलना चाहती हैं … और मैं भी एक बार और … तो बता तेरे घर आ जायें हम लोग?
मैंने पूछा- मिलना मतलब?
तो राजसी ने साफ बोल दिया- वो दोनों और मैं उससे चुदवाने आऊंगी. क्योंकि जब मैंने कल अपनी सहेलियों को बताया तो वो सब भी अपने बॉयफ्रेंड से संतुष्ट नहीं हैं. एक बार वो अपनी ज़िंदगी में मज़ा लेना चाहती हैं.
मैंने पूछा- तुम्हारे अलावा कितनी लड़कियाँ और हैं?
तो वो बोली- बस तीन!
मैंने उसको साफ मना कर दिया.
लेकिन उसने फिर वही अपना दोस्ती प्यार वाला नाटक शुरू किया.
तो मैं मान गयी और उसको दो बजे आने को बोला।
अब फ़ोन रखने के बाद मैंने सोचा कि कहीं साहिल बुरा न मान जाए.
लेकिन फिर मैंने सोचा कि जैसे मुझे चुदने की भूख थी. उसी तरह वो भी अभी जवान है और उसको भी नई नई लौंडिया मिलनी चाहिए.
मैंने सोचा कि वो चाहे कितनी भी लड़कियाँ चोद ले … लेकिन वो प्यार सिर्फ मुझी से करे! मैं उसको हमेशा अपना बना कर रखूंगी।
हम दोनों ने एक बजे ही खाना खा लिया. जिसके बाद मैं और साहिल दोनों लेट गए चिपक के!
साहिल मेरे दूध दबाते और मुझे किस करते हुए सो गया.
लेकिन मुझे जागना था क्योंकि अभी एक घंटे बाद राजसी आने वाली थी.
साहिल के सो जाने के बाद मैंने दूसरी नाइटी पहन ली और साहिल को उसकी शार्ट पहना दिया. वरना वो नंगा ही था सुबह से!
अब एक घंटे बाद राजसी की कॉल आयी- नीचे आओ!
मैं जब नीचे पहुँची तो वहां राजसी को मिला कर 6 लड़कियाँ थी.
उन सब को अंदर किया.
फिर मैंने राजसी से अलग जाकर पूछा- तू तो कह रही थी कि तीन लड़कियाँ है. पर ये तो पांच हैं. और तुझे मिला कर 6.
तो वो बोली- मेरी तो तीन ही सहेलियां हैं, बाकी उन दोनों की हैं।
वो सब मेरे साथ ऊपर आयी और उनको मैंने दादी के कमरे में बिठाया क्योंकि दूसरे कमरे में साहिल अभी सो रहा था।
मैं सबके लिए पानी लेकर आई तो राजसी ने मुझसे इशारे में पूछा कि साहिल किधर है.
मैंने दूसरे कमरे में इशारा किया।
राजसी पानी पीकर बाहर आई और मुझको भी बाहर बुला लिया और बोली- तू कहाँ जाएगी?
तो मैं बोली- मैं कहा जाऊंगी? यहीं पर रुकूँगी.
वो बोली- तेरे सामने वो हमें चोदेगा क्या?
मैं बोली- तू पहले अंदर कमरे में जाकर देख! और मैं इधर वाले कमरे में चली आऊंगी.
राजसी साहिल के कमरे में गयी और मैं बाहर से चुपके से देखने लगी.
वो पहले जाकर साहिल के ऊपर लेट गयी और उसको किस करने लगी.
इसके फौरन बाद उसने साहिल के शॉर्ट्स उतार कर उसको नंगा कर दिया और उसका लंड गपक करके मुंह में ले लिए और चूसने लगी।
जब साहिल नींद से जागा तो उसने बिना आंख खोले बोला- अंजलि, फिर से तेरा मूड बन गया? अभी सुबह तो चुदी थी।
अब मेरा रहस्य खुल गया था राजसी के सामने!
क्योंकि मैंने उसको बोला था कि साहिल मेरे घर का है इसलिए ये सब मैं नहीं करूंगी उसके साथ!
पर अब वो यह जान गई थी कि मैंने भी साहिल के लंड का स्वाद चखा है।
राजसी उठी और कमरे से बाहर आकर मुझको भी अंदर खींच ले गयी.
अंदर ले जा कर मेरे सामने साहिल का लंड पकड़ कर बोली- अरे देखो तो … मैं राजसी हूँ.
तो साहिल एकदम से चौंक के उठ गया और मुझे, राजसी को उसका लंड पकड़े देख वो उसको हटाने लगा.
तो राजसी बोली- इससे क्यों डर रहा है? इसको सब पता है जो मैं कल तेरे से चुदी थी. इसी ने सेटिंग करवाई थी वो! और आज तेरे लिए मैं तोहफा ले कर आयी हूँ।
तो साहिल कुछ ठीक हुआ.
राजसी ने मेरा मुँह पकड़ कर साहिल का लन्ड मेरे मुंह में ठूँस दिया.
अब मैंने भी बिना किसी शर्म के साहिल का लन्ड चूसना शुरू कर दिया.
तब तक राजसी नंगी हो गयी और साहिल के होंठों को चूमने लगी.
उसके बाद वो अपने दूध को पिला कर उसके मुंह पर बैठ कर अपनी चूत चटवाने लगी.
तभी उसकी एक सहेली उसको ढूँढती हुई आयी और हम लोगों को इस हालत में देखकर बोली- हम लोगों को उधर बिठा कर तू यहां मज़े करने लगी?
राजसी साहिल से बोली- अब मैं अपनी और सहेलियों को तुमसे चुदवाने लायी हूँ. यही है मेरे तरफ से तुम्हारे लिए तोहफा!
और वो लड़की भी अब मेरे साथ बैठ कर साहिल को लोहे जैसा लन्ड चूसने लगी.
तब तक उसकी सारी सहेलियां कमरे में आ गयी.
सब एक एक करके नंगी होकर कभी साहिल का लंड चूसती या कभी उसको दूध पिलाती. या कभी अपनी चूत और गांड चटवाती और किस भी करती.
राजसी ने मेरे पास आकर मुझे भी नंगी कर दिया और अब हम सात बुर वाली और एक लंड वाला … सब नंगे हो गए और अब ये एक ग्रुप सेक्स बन गया।
सबने बारी बारी साहिल से अपनी चूत और कुछ ने गांड मरवाई. सबकी चूत गांड पहले से फटी थी।
पहले राउंड में साहिल 45 मिनट बाद पहली बार झड़ा. तब तक हम सारी लड़कियाँ झड़ चुकी थी.
उसके बाद कुछ देर के आराम के बाद साहिल ने साढ़े चार बजे से दूसरा राउंड शुरू किया.
वो चला दो घंटे!
अब सबके लिए मैंने और राजसी ने चाय बनायी. जिसके कुछ देर बाद मतलब 7 बजे से तीसरा और आखरी राउंड शुरू हो गया. जो 9 बजे तक चला.
हम लड़कियों में उठने तक की भी जान नहीं बची थी क्योंकि साहिल ने एकदम किसी राह चलती रंडियों की तरह सब को चोदा था. एकदम जान निकाल दी थी.
उस दिन पांच बार झड़ने के बाद भी साहिल के शरीर में दम था.
वो नहा कर सबके लिए खाना लाने चला गया.
सब लड़कियों ने खाना खाकर साहिल का नम्बर ले लिया और वे सब उसको एक चुम्मा देकर चली गयी।
उस दिन जब हम दोनों रात को नंगे लेट कर एक दूसरे को चूम रहे थे तो मैंने साहिल से पूछा- तुमको ये सब अच्छा लगा?
साहिल- हां बहुत! और तुमको?
मैं- मुझे भी बहुत अच्छा लगा. लेकिन सबसे ज़्यादा मज़ा तुमको किसके साथ आया?
साहिल- सच बोलूं … तो तुम्हारे साथ!
मैं- झूठ मत बोलो. वो सब लड़कियाँ मुझसे ज़्यादा गोरी और सुंदर थी।
साहिल- गोरे और सुंदर से प्यार नहीं होता. प्यार इंसान से होता है जो मुझे तुमसे है बस!
मैं यही बात उसके मुँह से सुनना चाहती थी जो कि मैंने सुन लिया।
अब हम लोग सो गए।
इसी तरह एक और पूरा दिन साहिल ने मुझे चोद चोद कर मेरी कमर तोड़ दी.
अगले दिन सुबह 10 बजे दादी और रागिनी आ गयी.
तो साहिल भी 11 बजे अपने घर चला गया।
इसी तरह मेरा और साहिल का प्यार और चुदाई चलती रही. कई बार मैं उसके घर पर उससे चुदी. या कभी मेरे घर पर सब के रहने पर हमने चुपके से सेक्स किया. या कभी घर खाली होने पर भी!
और मुझे जब भी साहिल के साथ बाहर जाने का मौका मिलता तो हम लोग कुछ ना कुछ करते.
साहिल मुझे काफी बार कभी अपने किसी दोस्त के यहां ले जा कर चोदता या कभी होटल में रूम लेकर।
इसी तरह एक दिन साहिल दोपहर के समय हमारे घर आया.
उस टाइम दादी सो रही थी. और रागिनी कॉलेज गयी थी.
तो मैं साहिल को अपने बेड पर लिटा कर दरवाज़ा भेड़ कर उसकी चैन खोल कर उसका लन्ड चूस रही थी.
तभी रागिनी आ गयी और उसने सब कुछ देख लिया.
यह स्टोरी सेक्सी लड़की की आवाज में सुनें.
मजा आ रहा है ना दोस्तो मेरी गर्म सेक्स की कहानी में?
गर्म सेक्स की कहानी जारी रहेगी.