Mom Ko Papa Ke Dost Ne Choda

मोती है पर बहुत सेक्सी है, उसके अंधार सेक्स कूट कूट के भरा हर है, कपडे भी सेक्सी पहनती है…… घर में तो कभी कभी लहंगा, स्किर्ट नही पहनती है मेरे पापा टूर पर गए हुए थे, दोपहर का टाइम ठाट में सो रहा थाताभी फ़ोन आया और मोम ने उठाया मैंने भी अपने कमरे में उठाया फ़ोन और मोम की बातें सुनाने लगा….
पापा का फ्रेंड बोल रहा था उसका नाम कमल है

मोम : हेल्लो
कमल : ही डार्लिंग कैसी हो
मोम : खुद ही आ के देख लो
कमल : पति कहाँ हैं
मोम : टूर

कमल : आ जाऊं क्या रात में
मोम : रात ११.४५ के बाद आना और दीपक को भी ले आन्ना
मोम और मेरे बेद रूम के बीच में एक कोम्मों स्टरे है जिसका दूर दोनों रूम्स से खुलता है. यह फ़ोन सुन के मैंने मौका पते ही मोम वाले कामे के दरवाज़े में होले बना दिया ताकि पूरा ससेने नजार आ जाये और आवाज़ भी सुनायी देती है क्यों की बेद रूम छूता है.
में खाना खा के मोम से बोला थक गया हूँ इसलिए सोने जा रहा हूँ मोम बोली ओके….

इसके बाद मोम काम करके अबाउट १०.०० बजे कमरे में गयी अबाउट ११.३० बजे में स्टरे में गया और झाँका मोम ने गोवं पहना हुआ था और टीवी देख रही थी. रात को १२.०० बजे थोड़ी आवाज़ ई में समझ गया की कोई आया है और में भी स्टरे में चला गया.. होले से सब कुछ दिख रहा था और सुनायी भी दे रहा था
मोम : कमल कैसे हो, स्मार्ट लग रहे हो
कमल : तुम कौन सी कम हो
मोम : दीपक नहीं आया

कमल : पार्टी में गया हुआ है
मोम : क्या लोगे….. दूध पी लो केत्तले में रखा है
कमल : जब भैंस सामने हो केत्तले से कौन पीता हिया
मोम : हसने लगिऊ, केत्तले में तो भैंस का हो सकता है….
कमल : नहीं रंजना दरी के ५ पेग पिये हुए हैं, बस अब तुमको पीना है
मोम : आओ फिर भैंस तैयार है

कमल फिर मोम के पास बात गया और उसको समुच करने लगा
मोम : मम्म…… उम्म्म्म……. ऊऊओन्न्न
कमल : साली हम्म तो ऐसे कर रही है जैसे कभी चूड़ी ही नहीं हो
कमल ने गोवं के ऊपर से मोम का मुम्म बहार निकला और चूसने लगा.. मोम मस्त हो गयी और फिर उसका लूँ पन्त के बहार से हिलाने लगी….. जब कमल थोडा गरम हुआ उसने मोम का गोवं उतार दिया……..वो..

मोम अब सिर्फ कच्ची में थी…… उसके बदन पर कोई भी बाल नहीं था……और बड़े बड़े मुम्मे आम के जैसे लटकाने लगे…….
फिर कमल ने भी अपने कपडे उतार दिए….
मोम : यह लूँ इतना बड़ा कैसे हो गया
कमल : ३ साल से तेरी चिड़िया ( स्पर्रो/ चूत) मार रहा हूँ गुण तो बड़ी होगी न
मोम ने कच्ची नीचे की और बोली यह चिडया नजार आती है

कमल : साली तेरी चिड़िया तो जानगो के बीच चुप्पी हुई है और यह काया इसका घोसला (नेस्ट) साफ़ नहीं है, क्यों पति ने चूत नहीं मारी क्या भुत टाइम से
मोम : उसको चिडया मारनी नहीं आती बस पालनी आती है
कमल चलो अब काछी पूरी उतारो और में तुम्हारी झांटे साफ़ कर देता हूँ
मोम : शिकारी हो तो ऐसा जो पहले जंगले साफ़ करे और फिर शिकार को मरे ताकि शिकार अच्छी तरह से दिखाई डे

मोम ने पापा के शेविंग कित दी और बेद पे लेट गए
कमल : साली अब चिडया को जंगो के बीच से आज़ाद करो ताकी में इसका घोसला साफ़ करून……..
और फिर मोम ने मोती मोती टंगे खोली … और फिर कमल ने शावे की जगह पहले सुच्किंग करनी शुरू कर दी
मोम : साफ़ तो कर लो
कमल : पहले थोडा मज़ा लेने दोऊ

मोम : म्मम्म .. ह्य्म्मम्म्म. … उफ्फ्फ्फ़………ऊन्न्नन्न और मोम अपने मुम्मे दबा रही थीई और मस्त थीई फिर कमल ने मोम की सफाई शुरू की और कुस्च देर बाद जिंगले पूरा साफ़ हो गया…. मोम की चूत तो मरबले जैसी लग रही थी
अब कमल मोम के ऊपर लेट गया और उसके मुम्मे चूसने लगा .. मोम मस्त हो गयीईए थोड़ी देर बाद मोम ने कमल को बेद पे लिटा दिया और घोड़ी बन के उसका लुंड चूसने लगी … मोम की सुमो जैस्सी बड़ी सफ़ेद गांड अब पूरी मेरी तरफ थी.. मोम की सुच्किंग की पूरी आवाज़ आ

रहिऊ थी.. पुच पुच ओप ओप ओप पाच पाच पाच
कमल : ओऊ रंजना इ लव यू जोर से सुचक करो न हम्म मम्म…
अब कमल का लूँ घोड़े जैसे खड़ा था
मोम : आओ अब मेरा भरतपुर लूट लो नाआअ
कमल मोम की जंघे फैला के उसकी चलेँ श्वेद चूत चूसने लगा और मोम अपाने बड़े बड़े लटके हुए आमो को दबाने लगी और कमल पागल कुत्ते की तरह उसकी चूत चाट रहा था

मोम : हम्म्म्म .. उम्म्म कमल अब ऊपर चढ़ जाओ न बर्दाश्त नहीं होता
कमल : उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ ..म अआता हून्न्न्न
और फिर कमल मोम के ऊपर चढ़ गया.. मोम ने अपनी दोनों मोती मोती टंगे बेन्म्द करके अपने मुम्मे के साथ लगा ली और फिर वो…… मोम की पूरी चूत सामने नज़ आ रही थी…. फिर

कमल ने अपना मोटा लुंड मोम की चूत में दाल दिया.. अब कमल का लुंड अंधार बहार जाते साफ़ नज़र आ रहा था ऐसे लगा रहा था जैसे ट्रेन का पिस्टन चल रहा हो…..
मोम : अब मुजको घोड़ी बना के छोड़ो प्लेअसे और फिर मोम बेद के कॉर्नर पे आ गयी और कमल ने फ़लूर पे खड़े हो के मोम को पीचे से दाल दिया… मोम की गोरी बड़ी गंद देख के कमल पागल हो गया और जोर जोरे से करने लगा… वो क्या तुन्नेल है उतनी बड़ी गंद के सामने मेरा लुंड तो ऐसे लगा रहा है जैसे बीके हो

मोम : स्पीड अच्छी होनी चाई बस घडी का कोई फरक नहोएँ पड़ता…..अह्ह्हह्ह… ओं. मम्म जटके के साथ मोम के आम हिला रहे थे.. कमल दबा के मोम को छोड़ रहा था और मोम अनकहीं बंद करके मज़ा ले रही थी…
कमल : तेरा पति साला बेकार है अगर में तेरा पति होता तो तेरी गंद में ही घुस्सा रहता
मोम : अभी तो तेम्पोरारी पति हो अभी घुस जोऊ

कमल : वह मेरी रानी तेरी येही सेक्सी बातें तो मुजको तेरे पास लती हैं तू तो कुवारे लडकों का तो बातों से निकलवा देती होगीईइ
मोम : हसने लगीईई
फिर कमल बेद पे लेट गया और मोम ऊपर से उसको चोदने लगी…. ताप ताप ताप ताप … थक थक थक की आवाजें आ रही थी… जब पूरा लुंड चूत में जाता तो मोम की गंद उसके जंगो को लगती और मस्त आवाज़ निकलती थप थप ….
अब मोम धीरे धीरे तेज़ होने लगी

कमल : अह्ह्हह्ह रंजना तू पूरी रंदियाओं की तरह चोदती है आ आ आया
मोम और तेज़ हो गयीईए… और तेज्ज़ फिर मोम के टंगे पूरी तन गयेई और उसका पूरा भैंस जैसा बॉडी कमल के साथ चिपक गया.. लगा मोम का पानी निकल गया. फिर मोम ऊपर से उठी और कमल का पूरा लुंड पानी से गीला था मोम ने उठ के कमल का अपने हाथ से पानी निकला और सारा पानी कमल ने मोम के मुम्मे पे गिरा दिया और मोम ने उसको अपने मुम्मे पर मसल दिया… फिर मोम ने असब साफ़ किया

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