स्कूल टीचर Xxx स्टोरी मेरे पड़ोस में रहने वाली अनमैरिड टीचर की है जो मेरी तरह लॉकडाउन में बोर हो रही थी. हम दोनों की आपस में सेटिंग कैसे हुई, हमने सेक्स का मजा कैसे लिया?
दोस्तो, मैं रोहित श्रीवास्तव आपके सामने लॉकडाउन में हुई अपनी पड़ोसन अध्यापिका की कुंवारी चूत चुदाई की कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के पिछले भाग
में आपने पढ़ा था कि मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक 36 वर्षीया अर्चना मेम को सैट कर लिया था और उसकी चूत में अपनी उंगली चला रहा था.
जिस पर वो कराह कर बोली- मैं कुंवारी हूँ मेरी चूत में धीरे से उंगली करो.
मैं उसकी इस बात से हैरान था कि इतनी उम्र के बाद भी इस अभागन को लंड नसीब नहीं हुआ और मैं अपने आपको बधाई देने लगा कि आज सील पैक माल चोदने को मिला है.
अब आगे स्कूल टीचर Xxx स्टोरी:
दोस्तो, मैं तो अर्चना मेम की बात सुनकर मन ही मन बहुत खुश हो गया था कि वाह री किस्मत … तू तो आज मुझ पर बहुत मेहरबान है.
मैंने उसकी चूत के दाने को बड़े प्यार से छुआ और सहलाने लगा, खुशी से उसके मम्मों को और ज़ोर से चूसने लगा, काटने लगा.
फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर लिटाया और उसके ऊपर आकर उसे दोबारा किस करने लगा.
मैंने उसकी ब्रा को उसके सेक्सी जिस्म से अलग कर दिया और उसकी साड़ी भी खोल दी.
अब वो सिर्फ़ पेटीकोट में थी.
मैं अपने कपड़े उतारने लगा.
वह लेटी हुई मुझे सेक्सी अंदाज में देख रही थी.
मैंने जब अपना अंडरवियर उतारा तो मेरा लंड पूरा खड़ा था, जिसे देख कर उसकी आंखें बड़ी हो गईं.
वह बोली- इतना बड़ा और मोटा … मैं तो मर ही जाऊंगी!
मैंने कहा- मेरी जान, कुछ नहीं होगा … बस थोड़ा सा दर्द होगा, फिर तुम इसे अपनी चूत से निकालना ही नहीं चाहोगी.
वह सहमी हुई सी मेरे लौड़े को ऐसे घूर रही थी जैसे बकरा कसाई के हथियार को देखता है.
मैं नंगा होकर उसके ऊपर लेट गया और उसे किस करने लगा.
कुछ पल बाद वो मेरे नीचे से उठ कर बेड के नीचे उतर गयी और घुटनों पर बैठ कर मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी.
मैं वहीं बेड के साइड में बैठ कर उसके मुँह में अपने लंड को डाल रहा था और उसके बालों को सहला रहा था.
वह धीरे धीरे मेरे लंड के सुपारे को मुँह में लेकर उस पर जीभ चलाने लगी. फिर धीरे धीरे लंड को मुँह के और अन्दर लेकर किसी पोर्नस्टार की तरह चूसने लगी.
उसने मेरे लौड़े को खूब चूसा.
फिर मैंने उसके बाल पकड़े और खड़ा हो गया.
मैं उसके बाल पीछे से पकड़ कर उसके मुँह में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा तो वो गू गूऊं की आवाज़ करने लगी.
पूरा कमरा उसकी कामुक आवाजों से भर उठा था.
मैं उसके मुँह को बड़ी ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, उसकी आंखें लाल हो गयी थीं.
मैंने लौड़े को उसके मुँह से बाहर निकाला तो वह ज़ोर ज़ोर से सांस लेने लगी.
वह बोली- ऐसे भी कोई करता है … मार ही दोगे क्या अपनी रानी को!
मैंने कान पकड़ कर कहा- अब ऐसे नहीं करूंगा. प्लीज और चूसो.
वह हंस दी और फिर से मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी.
वह बहुत प्यार से लौड़ा चूस रही थी, पूरा गले तक लेकर उसे प्यार कर रही थी.
फिर मुझसे न रहा गया और मेरा ढेर सारा लावा उसके मुँह में ही निकल गया.
वह पूरा पी नहीं पाई और आधा वीर्य उसके होंठों से निकल कर नीचे फर्श पर गिर गया.
फिर वह खड़ी हो आई और उसने मुझे बेड पर सीधा लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मुझे किस करने लगी.
मैंने उसे बेड पर उल्टा लिटा दिया.
अब किचन में जाकर कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट ले आया.
मैं उसकी पीठ पर कोल्ड ड्रिंक गिरा कर उसे चाट चाट कर पीने लगा, साथ ही मैं अपने मुँह में भर कर उसे कोल्ड ड्रिंक पिला रहा था.
वह ये सब बहुत इन्जॉय कर रही थी.
मैंने कुछ देर बाद उसे सीधा कर दिया और उसके मुँह में चॉकलेट डाल कर उसके होंठों से अपने होंठ मिला कर चॉकलेट खाने लगा.
फिर ज्यादा सी चॉकलेट हाथ में मसलकर उसके दोनों मम्मों, नाभि और चूत पर लगा दी, फिर मैंने उसे खूब चाटा.
मैं उसकी चूत को जी भरके चाटने लगा.
फिर मैं उसकी चूत के दाने के साथ खेलने लगा, चूत पर अपनी जीभ को धीरे धीरे चलाने लगा.
कुछ देर बाद मैं अपनी जीभ से उसकी चूत के छेद के बाहर रगड़ने लगा तो वह बहुत ज्यादा जोश में आकर मादक आवाजें निकालने लगी.
कुछ ही पलों बाद वो अकड़ गई और झड़ गयी.
मैंने उसकी चूत को चाट कर साफ कर दिया.
कुछ देर यूं ही उसके मम्मों के साथ खेल कर मैंने उसे दोबारा गर्म किया.
अब मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधों पर रखे और अपने लंड का सुपारा उसकी चूत के ऊपर से ही रगड़ने लगा.
वह बहुत ज्यादा सीत्कार करने लगी और तेज तेज सांसें भरने लगी.
तब वह बोली- आह जान, अब डाल भी दो … उम्म्म्म अब नहीं रहा जाता … प्लीज पेल दो उम्म्म ओह!
मैंने धीरे से उसकी चूत में जैसे ही लंड डाला, वह चीख पड़ी- उई मां आराम से करो जान … आह!
तब मैंने अपने लंड पर ढेर सारा थूक लगाया और उसकी चूत पर भी … फिर से अपने लंड का सुपारा चूत पर रखा और डालना शुरू किया.
अभी मेरा सुपारा ही अन्दर गया होगा कि वो अपनी मुट्ठियां भींचने लगी.
मैंने झट से एक तकिया लेकर उसके मुँह पर रखा ताकि आवाज़ ना निकले.
अब इस मिशनरी पोज़ में मैंने उसे किस किया और एक ज़ोरदार झटका दे मारा.
मेरा लंड उसकी चूत की दीवार को चीरता हुआ अन्दर चला गया.
वह दर्द से तड़पने लगी और अपने होंठों को भींच कर मुझसे छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी.
मैं वहीं रुक गया और उसे खूब क़िस करने लगा.
जब वह थोड़ा नॉर्मल हुई तो मैंने एक ज़ोरदार शॉट मारा.
यह शॉट उसकी चूत को चीरता फाड़ता हुआ उसकी बच्चेदानी से जाकर टकरा गया.
मैं वहीं रुक गया और उसकी चूत से काफ़ी खून निकलने लगा.
वह रोने लगी.
मैं उसके होंठों को चूसता रहा.
थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हुई और उसकी तरफ से इशारा मिलने लगा तो मैंने अपने धक्कों की स्पीड को धीरे धीरे चालू की.
वह दर्द से मुझे जकड़ कर मेरे कंधों को काटती हुई बोली- आंह बेबी, बहुत दर्द हो रहा है … उम्म्म्म आह … उफ्फ़ मैं मर गई.
मैं उसके गले पर किस करता रहा और उसे धीरे धीरे चोदता रहा.
फिर जब वो नॉर्मल हुई तो मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला.
मेरा लंड उसकी चूत की सील टूटने से पूरे खून से सन चुका था.
मैंने अपने लौड़े को एक नैपकिन से पौंछा और दोबारा से उसकी चूत में पेल कर उसे चोदने लगा.
करीब सात आठ मिनट तक मैं उसे धीरे धीरे चोदता रहा.
जब वो खुद नीचे से अपनी कमर को उठा उठा कर लंड लेने लगी तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
वह सीत्कार करने लगी- ओफ्फ़ उई फक मी … आह आह जान और जोर से … आई उम्म्म् और ज़ोर से करो!
मैंने अपने धक्कों की स्पीड और बढ़ा दी.
पूरे कमरे में उसकी चूत पर लाने वाले धक्के ठप ठप की आवाज़ कर रहे थे और मधुर संगीत पूरे कमरे में गूँज रहा था.
फिर वह अकड़ने लगी तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
कुछ जोरदार झटकों के बाद उसकी चूत ने गर्म लावा छोड़ दिया, मुझे वह मेरे लंड पर महसूस हो रहा था.
उसके बाद वो ढीली पड़ गयी और मैं उसकी चूत में लगातार तेज झटके मारता रहा.
फिर थोड़ी देर बाद कुछ बेहद तेज धक्कों के बाद मैंने भी उसकी चूत में अपना ढेर सारा गर्म गर्म लावा डाल दिया और उसकी चूत को अपने वीर्य से पूरा भर दिया.
लंड से रस झाड़ने के बाद मैं उसके ऊपर ही लेट कर हांफने लगा.
वह मेरे बालों में उंगली चलाती हुई मुझे जकड़ कर अपने सीने पर दबा रही थी.
अर्चना बोल रही थी- आज तुमने मेरी कुंवारी चूत को अपना गुलाम बना कर इसकी सील को तोड़ा है. मैं तुम्हारे लंड की दीवानी हो गयी हूँ. तुमने तो मुझे पूरा तृप्त कर दिया है. अब जब भी मन करे, मुझे याद कर लेना. आज से मेरी चूत तुम्हारे लंड की गुलाम है.
मैंने कहा- ये बात है … तो चलो कुतिया बन जाओ. आज मैं तुम्हारी गांड भी खोल दूँगा.
वह एकदम से बोली- नहीं, आज नहीं … आज बहुत दर्द हो रहा है. कल शाम को मैं फिर से आ जाऊंगी. तब तुम मेरी गांड का भी उद्घाटन कर लेना. मैं अपनी गांड भी तुम्हीं से ओपन करवाऊंगी.
तब वह मुझे किस करने लगी और मैं भी उसके निप्पल को मुँह में लेकर पीने लगा, उसके दूध को दबाने लगा.
वह फिर से गर्म होने लगी.
इस बार मैंने उसे घोड़ी बना कर चोदा और हम दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए.
सुबह जब हमारी आंख खुली तो 5:30 बज रहे थे.
वह मुझे उठा कर जाने लगी.
तभी मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और कहा- बेबी … अभी मेरा मन नहीं भरा. तुम्हारी चूत तो बहुत मस्त है. चल एक सुबह वाला राउंड और करते हैं.
मुस्कुरा कर वह स्कूल टीचर Xxx भाषा में बोली- हां मेरे राजा, यह चूत अब तुम्हारी गुलाम है. जब चाहे इसे चोद सकते हो.
उसने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी और मैं उसे चाटने लगा.
वह खूब तेज तेज आहें भरने लगी और बोल रही थी- आह बेबी चाटो अपनी कुतिया की चूत … ऊऊओह आआ अहह उम्म्म … तुमने तो मुझे रात को पूरा तृप्त कर दिया. अब और जोर से चाटो मेरी जान … ऊऊओ ऊओह!
फिर हम दोनों 69 के पोज़ में आ गए.
जब वह गर्म हो गयी तो मैंने उसकी चूत में लंड पेल कर धकापेल चुदाई शुरू कर दी.
मैंने उसकी जम कर चुदाई की.
हमें दूसरी बार चुदाई करते करते 9 बज गए थे.
तभी उसकी सहेली का कॉल आया तो उसने फोन उठाया.
वह फोन स्पीकर पर रख कर वो मुझे सुनाने लगी.
उसकी सहेली को सब पता था कि वह मुझसे चुदने आई है.
वह फोन पर बोली- कब आएगी कमीनी … और कितना चुदेगी. अभी तक तेरी चूत की गर्मी नहीं निकली क्या! अब जल्दी से आ जा … नहीं तो मैं ही वहां आ जाऊंगी.
इस पर वह बोली- आ जा ना मेरी जान, इसके लौड़े में बहुत दम है. ये तेरी चूत की आग भी बुझा देगा.
उसने कहा- साली रंडी … चल अब जल्दी से आ जा, बहुत टाइम हो गया है.
तभी वह स्कूल टीचर मेरे लौड़े से चुदती हुई झड़ गई.
कुछ पल बाद मैं भी उसके ऊपर गिर कर उसे चूमने लगा और उसे गोद में उठा कर बाथरूम में ले गया.
वहां अपने हाथों से उसे साबुन लगा कर नहलाया और फिर से उसको गोद में ही उठाकर रूम में ले आया.
वह कपड़े पहनने लगी, मैं वहीं नंगा लेटा रहा.
वह मेरे लंड को देख कर हंस रही थी और कपड़े पहन रही थी.
फिर वह बोली- तुम्हारा तो फिर से तैयार हो गया!
मैंने कहा- हां चूसो ना इसे!
वह वहीं घुटनों के बल बैठ कर मेरे लंड को चूसने लगी.
जब मैं उसके मुँह में झड़ गया तो वो पूरा माल गटक गयी.
अब उसने मुझे किस किया और अपने कमरे में चली गयी.
उसके बाद शाम को वह वापस भी आई और मैंने उसकी गांड कैसे मारी.
वो मैं अपनी अगली सेक्स स्टोरी में आपको बताऊंगा.
आप सभी को मेरी स्कूल टीचर Xxx स्टोरी कैसी लगी, प्लीज मेल से बताएं आपका बहुत शुक्रिया.