फोरसम सेक्स कहानी मेरी बड़ी बहन की है जो ऑफिस की मीटिंग में कलीग्स के साथ गयी थी. वहां जो हुआ, उसने अपनी डायरी में लिखा जो मैंने पढ़ लिया.
यह फोरसम सेक्स कहानी मेरी बड़ी बहन मीरा की उस वक्त की है, जब उसने नई जॉब ज्वाइन की थी.
वहां उसकी दोस्ती अकाउंट विभाग के हेड मिहीन से हो गई थी.
उस समय मीरा की उम्र 24 साल की थी और वो अविवाहित थी.
हालांकि वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से कई बार चुद चुकी थी लेकिन उसके ब्वॉयफ्रेंड से अब उसका ब्रेकअप हो गया था.
उस समय उसका फिगर 32B-28-34 का था. उसके बूब्स छोटे थे लेकिन बहुत ही ज्यादा आकर्षित करने वाले थे.
नए जॉब में सैट होने के लिए उसने अकाउंट हेड और एचआर से दोस्ती कर ली.
कुछ समय बाद ऑफिस के काम से मीरा अकाउंट हेड मिहीन और एचआर कल्पेश व एक सेल्स विभाग के बंदे रमेश के साथ दमन गई थी.
उधर कम्पनी की कोई मीटिंग थी.
वो उन तीनों के साथ दमन कार से गई थी. उधर 3-4 बजे के आस पास पहुंच गई थी.
उन्होंने एक होटल में दो रूम ले लिए. एक कमरा मीरा के लिए और दूसरे रूम में वो तीनों रुक गए.
वो रास्ते में लंच करके आए थे तो थोड़ा रेस्ट करने लगे.
होटल बहुत शानदार था. उधर स्विमिंग पूल भी था.
शाम को वो सब स्विमिंग के लिए गए.
वहां उन चारों ने थोड़ी मस्ती की और बियर पी.
इसके बाद सब रूम में आ गए और फ्रेश हो गए.
थोड़ी देर मैं मीरा के कमरे के दरवाजे पर दस्तक हुई.
कल्पेश आया था.
वो मीरा के लिए शाम को होने वाली पार्टी के लिए ड्रेस लाया था.
पार्टी में सब लोग साथ में गए.
जिनके साथ मीटिंग होनी थी, वो भी इसी पार्टी में हो गई.
उधर पब भी था, जहां ड्रिंक और डिनर की व्यवस्था थी.
मीटिंग के बाद सभी का मस्ती का मूड बन गया था तो सबने ड्रिंक की और साथ में डांस भी किया.
डिनर के बाद मीरा रूम में जाने लगी तो कल्पेश ने उसे अपने रूम में बुलाया.
मीरा ने पूछा तो उसने कहा- आ जाओ यार अभी कुछ देर और ड्रिंक करेंगे. थोड़ी मस्ती भी करेंगे.
मीरा भी मूड में थी, तो उसने हामी भर दी.
कुछ देर बाद मीरा बाथरूम से फ्रेश होकर बाहर आई और वो उनके रूम में आ गई.
उधर वो तीनों पैग लगा रहे थे और सिगरेट पी रहे थे.
मीरा के आते ही कल्पेश ने उसे पैग बना कर दे दिया. मीरा ने चियर्स बोल कर ड्रिंक लेना शुरू कर दिया.
वो सब बातें करने लगे और साथ मैं ड्रिंक भी लेते रहे.
कल्पेश ने मीरा को 2 पैग व्हिस्की पिला दी. वो नशे की हालत में हो गई थी.
कल्पेश ने उसकी तरफ सिगरेट बढ़ा दी तो वो सिगरेट के कश लेने लगी.
इस वक्त मीरा बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रही थी. उसके मम्मे उन तीनों की वासना को बढ़ा रहे थे.
कुछ देर बाद मीरा को टॉयलेट जाना था तो वो उठी मगर दारू के नशे के कारण वो लड़खड़ा गई.
कल्पेश ने उसे सहारा दिया और उसके साथ बाथरूम में चला गया.
वहां मीरा ने टॉयलेट के वाशबेसन में वॉमिट कर दी.
कल्पेश ने उसकी पीठ पर हाथ फेर कर उसे सहलाया और उससे कहा- कोई दिक्कत नहीं है मीरा … तुम चिंता मत करो. हम सब तुम्हारे साथ हैं.
मीरा ने कुछ देर तक उधर रुक कर अपने आपको संयंत किया और कल्पेश से बोली कि मुझे सुसु आ रही है.
कल्पेश ने मीरा की हेल्प की और उसे टॉयलेट में लगे कमोड पर बैठा दिया.
कल्पेश वहीं था. वो कल्पेश की तरफ देखने लगी.
कल्पेश ने पूछा- क्या मैं बाहर जाऊं?
मीरा ने इशारे से अपनी पैंटी उतारने में मदद की बात कही.
कल्पेश ने नीचे नीचे बैठ कर मीरा की ड्रेस ऊपर की और उसकी पैंटी निकाल दी.
मीरा ने अगले ही पल अपनी चूत से अपनी धार छोड़ना शुरू कर दी.
एक मिनट बाद उसने फिर से कल्पेश की तरफ देखा तो कल्पेश ने हैंड शॉवर से उसकी चूत पर पानी डाला और चूत रगड़ कर धो दी.
मीरा नशे में थी और जरा सा भी रिएक्ट ही नहीं कर पा रही थी.
चूत धोने के बाद कल्पेश ने मीरा को सहारा दिया और उसे कमोड से उठा लिया.
फिर वो उसकी मिनी को नीचे करके उसको वापस रूम में ले आया; मीरा को बेड पेर लेटा दिया और वो सब बातें करने लगे.
मीरा बेड पर लेटी हुई लगभग सो सी गई थी.
कल्पेश का ध्यान उसी पर लगा था.
फिर कल्पेश ने अपना पैग उठा कर एक सांस में खत्म किया और उठ कर उसके पास आ गया.
वो उसके बूब्स को ड्रेस के ऊपर से ही सहलाने और दबाने लगा.
मीरा ने अपनी आंखें खोलीं और हल्का सा विरोध किया.
सामने बैठे उसके साथ के दोनों मर्द मिहीन और रमेश उस सीन का मजा लेने लगे.
थोड़ी देर में मीरा ने अपना विरोध खत्म कर दिया और कल्पेश को छूट दे दी.
कल्पेश अब बिंदास हो गया और मीरा के मम्मों को उसकी मिनी के ऊपर से ही दबाते हुए मजा लेने लगा.
मीरा जरा सा कसमसा कर उसका साथ देने लगी थी.
कुछ ही पलों बाद कल्पेश ने अपने दोनों हाथ से मीरा की ड्रेस को उतारने लगा.
मीरा की पैंटी तो पहले ही बाथरूम में कल्पेश ने उतार दी थी और मीरा ने बाथरूम से वापस आने पर पैंटी पहनी ही नहीं थी.
अब मीरा एकदम नंगी थी.
अल्पेश ने मीरा के नंगे हुस्न को देखा तो उसका नशा बढ़ गया.
उसने अपने हाथों से उसके दोनों मम्मों को पकड़ लिया और मसलने लगा.
कुछ ही देर में कल्पेश गर्म हो गया और वो मीरा पर लगभग चढ़ गया.
कल्पेश ने अपने होंठों को मीरा की गर्दन पर रख दिए और चूमने लगा.
ये देख कर रमेश भी मीरा के पास आ गया और उसके हाथ मीरा की नंगी टांगों पर चलने लगे.
धीरे धीरे रमेश मीरा की टांगों पर ऊपर की तरफ ले जाने लगा.
मीरा की चूत उस वक्त तक कल्पेश के चढ़े होने के कारण ढकी हुई थी.
उधर कल्पेश ने रमेश के हाथ ऊपर बढ़ते देखे, तो वो मीरा की एक बगल में आ गया और रमेश को आगे बढ़ने के लिए रास्ता दे दी.
अब रमेश के हाथ मीरा की टांगों पर उसकी चूत की तरफ आने लगे थे.
वो धीरे धीरे अपने हाथ मीरा की चूत के आजू बाजू में फेर कर मीरा को उत्तेजित करने लगा था.
मीरा भी अब कुछ होश में आने लगी थी. उसे भी मजा आने लगा था.
वो कल्पेश और रमेश के स्पर्श का मजा लेती हुई आहें भरें लगी थी.
उसकी टांगें खुल गई थीं जिससे रमेश को उसकी गोरी चूत की दरार दिखाई देने लगी थी.
इधर कल्पेश ने मीरा के एक दूध पर अपना कब्जा जमा लिया था और वो मीरा के एक दूध के निप्पल को अपने होंठों में दबा कर खींचते हुए चूसने का मजा लेने लगा था.
मीरा के निप्पल कड़क होने लगे थे, जो इस बात का संकेत दे रहे थे कि मीरा गर्माने लगी है.
अब मीरा को कुछ ज्यादा मजा आने लगा था और वो होश में आने लगी थी.
वो कहने लगी- आंह यार एक एक करके आओ न … एक साथ नहीं … मुझे भी मजा चाहिए.
उसने रमेश को नीचे से हटा दिया.
वो बहुत कुछ कहना चाहती थी … लेकिन कह नहीं पा रही थी.
उसकी समझ ही नहीं आ रहा था कि वो किसे पहले करने दे.
शायद उसे कल्पेश ज्यादा पसंद था क्योंकि कल्पेश ने उसकी मदद की थी और बाथरूम में उसकी चूत को साफ़ करने में उसकी सहायता की थी.
कल्पेश को समझ आ गया था कि वो उसे ही चाह रही है.
ये समझते ही कल्पेश फिर से मीरा के बदन से खेलने लगा और उसका हाथ पकड़ कर उसे खड़ा कर दिया.
मीरा की मिनी अभी भी उसके बदन से लटकी हुई थी.
अब रमेश आगे आया और उसने मीरा की मिनी को नीचे से ऊपर करते हुए उतार दिया.
अब मीरा की बॉडी पर कपड़े के नाम पर एक धज्जी भी नहीं थी. उसकी चिकनी चूत और भरे हुए नंगे मम्मे उन तीनों को उत्तेजना के शिखर पर ले आई थी.
मीरा अभी भी कल्पेश की बांहों का सहारा लिए हुई खड़ी थी.
कल्पेश उसकी चूचियों को चूस रहा था और नीचे से रमेश मीरा की चूत को जीभ से चाटने लगा था.
मिहीन जो अब तक शांत था, वो अपने सारे कपड़े उतार कर मीरा के पास आ गया. उसने कल्पेश की पकड़ से मीरा को छुड़ाया और उसे बेड पर बैठा दिया.
मीरा ने अब अपनी आंखें खोलीं और अपने सामने तीन कामवासना से मस्त मर्दों को देख कर शर्माने लगी.
मीरा की आंखों में भी वासना की लालिमा दिख रही थी.
तभी मीरा की आंखों के सामने मिहीन का काला लंड लहराने लगा था.
मिहीन के मूसल लंड को देख कर मीरा घबरा गई और ऊपर देखने लगी.
उसे अपनी आंखों में मिहीन की नशे में उन्मत्त आंखें वासना से तप्त दिखीं.
मीरा की नजरें मिहीन की नजरों से मिलीं तो मिहीन ने उसको लंड मुँह में लेने का इशारा किया.
पर मीरा ने सर हिला कर मना कर दिया.
लेकिन मिहीन ने उसी पल मीरा के एक दूध को जोर से मसला तो मीरा का मुँह आह करते हुए खुल गया.
उसी पल मिहीन ने मीरा के मुँह में लंड डाल दिया.
मीरा ने लंड मुँह में ले लिया था. उसे शायद लंड का स्वाद अच्छा लगा तो उसने अब मिहीन के लंड को चूसना शुरू कर दिया.
अब मीरा को मिहीन का लंड चूसते देख कर कल्पेश और रमेश भी उसके पास आ गए.
कल्पेश ने उसके पीछे बैठ कर उसके मम्मों को मसलना शुरू कर दिया. इधर सामने से रमेश अपने घुटनों पर बैठ गया और उसने मिहीन की फैली हुई टांगों के बीच से घुस कर मीरा की चूत को जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
मीरा इस वक्त तीन मर्दों के साथ सेक्स में मस्त हो रही थी. मीरा ने मिहीन की कमर में हाथ डाला हुआ था और उसके लंड को मस्ती से चूसने में लगी थी.
कुछ ही देर में मिहीन का लंड एकदम से लोहा हो गया था.
अब मिहीन ने मीरा को डॉगी स्टाइल में खड़ा कर दिया और उसके पीछे आकर अपना लंड मीरा की चूत में डाल दिया.
मीरा इतना बड़ा लंड पहली बार ले रही थी.
इसलिए जैसे ही लंड चूत में घुसा वो कराह उठी.
उसी समय आगे से कल्पेश ने अपना लंड मीरा के मुँह में दे दिया जिससे उसकी आवाज दब कर रह गई.
पीछे से मिहीन चूत में धक्के लगाने लागा. इधर कल्पेश मीरा के मम्मों को मसलते हुए उसके मुँह में लंड आगे पीछे करने में लगा था.
तीन लोगों की चुदाई का सीन देखते हुए रमेश से भी नहीं रहा गया और वो मीरा के नीचे आ गया.
उसने मीरा के पीछे से लगे मिहीन को इशारा किया.
मिहीन ने ये इशारा समझ लिया और उसने मीरा की चूत से लंड निकाल लिया.
मीरा, जो अपनी चूत की चुदाई के मज़े ले रही थी, वो एकदम से लंड निकाल लेने से बेचैन होने लगी.
उसने कुछ कहने के मुँह से कल्पेश का लंड निकालना चाहा मगर कल्पेश ने लंड नहीं निकाला.
अब रमेश ने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसने मिहीन को इशारा कर दिया.
मिहीन मीरा के पीछे आकर उसकी गांड में लंड डालने लगा.
मीरा अपनी गांड को ढीली नहीं कर रही थी.
ये देख कर रमेश जो नीचे से लगा था, उसने उसकी चूची के एक निप्पल को ज़ोर से मरोड़ दिया, तो मीरा का ध्यान अपनी गांड से हट कर निप्पल पर आ गया और उसी वक्त मिहीन का लंड उसकी गांड को चीरता हुआ अन्दर चला गया.
मीरा एकदम से चिल्लाने को हुई मगर मुँह में कल्पेश का लंड घुसा था तो वो दर्द से रोने लगी.
अब मीरा की गांड में मिहीन का लंड चल रहा था. चूत में रमेश और मुँह मैं कल्पेश का लंड था. मीरा के तीनों छेदों का पूरा इस्तेमाल हो रहा था.
मीरा का सारा नशा उतर गया था लेकिन वो अब ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने लगी थी.
तीनों मर्दों के लंड के साथ साथ अब मीरा की कमर और मुँह भी चल रहे थे.
कुछ देर बाद मिहीन का काम तमाम होने वाला था तो उसने अपने लंड उसकी गांड से निकाल लिया.
वो मीरा के मुँह के पास आया.
उसे आया देख कर कल्पेश ने लंड मुँह से निकाल लिया था.
उसी समय मिहीन ने अपने लंड की पिचचारी उसके मुँह पर छोड़ दी.
रमेश ने भी पोजीशन चेंज करके उसकी गांड मारना शुरू कर दी.
अब तक मीरा बहुत थक गई थी वो रेस्ट करना चाहती थी.
उससे घोड़ी नहीं बना जा रहा था.
उसने अपनी बात कही तो कल्पेश ने उसे अपने ऊपर ले लिया.
अब वो कल्पेश के ऊपर चढ़ी थी और रमेश पीछे से उसकी गांड में लंड पेल रहा था.
इस सब में मीरा की चुदाई काफी देर तक चली और सबका नशा उतर गया.
मीरा थक कर ऐसे ही सो गई लेकिन तीनों ने बैठकर फिर से व्हिस्की पी और एक घंटे के बाद सोती हुई मीरा को फिर से एक बार चोदा.
सुबह मीरा की आंख खुली तो उसने अपने आपको नंगी पाया. आस पास कल्पेश, मिहीन और रमेश को भी नंगा पड़ा देखा.
एक सेकेंड के लिए उसकी आंखों में पूरी रात के सीन घूम गए … और तभी उसके चहरे पर एक स्माइल आ गई.
फिर वो बाथरूम में चली गई और नहा कर बाहर निकल आई.
कुछ देर बाद सबके उठ जाने के बाद वो कल्पेश को अपने कमरे में ले गई और उससे चूत चुदवाने लगी.
कल्पेश उसे पसंद आ गया था.
जब मेरी बहन घर आई तो उसने इस वाकिये को अपनी डायरी में लिखा, जो आज मेरे हाथ लग गई और मैंने आपको उसकी ग्रुप सेक्स की कहानी को आपके सामने पेश कर दिया.
आपको मेरी बहन की ये फोरसम सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करें.
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