Xxx चंडीगढ़ गर्ल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी क्लास की एक लड़की मुझे अच्छी लगी, मैंने उसे बहन बना लिया. परन्तु हम दोनों के मन में कुछ और ही था. मैंने उसे चोद दिया एक दिन!
मैं एक 26 साल का सीधा साधा साधारण सा लड़का हूँ. कद औसत से ज्यादा है और मेरे लंड का साइज़ 7.5 इंच है.
मैंने शुरू से ही चंडीगढ़ में रह कर पढ़ाई की है और अब मैं एक डॉक्टर हूँ.
यह Xxx चंडीगढ़ गर्ल सेक्स कहानी मेरी और मेरी मुँह बोली बहन की चुदाई की कहानी है.
मेरी यह बहन मेरे साथ स्कूल में पढ़ती थी.
वह लड़की नैनीताल (उत्तराखंड) से हमारे स्कूल में आकर पढ़ने लगी थी क्योंकि उसके पापा का हमारी ही सिटी में तबादला हो गया था.
मेरी मुँह बोली बहन की उम्र भी 26 ही है.
पहले उसके मम्मों का साइज़ 32 इंच था, अब वो 36 के हो गए हैं.
वह देखने में एकदम मस्त पटाखा माल है.
आपको पता ही होगा की पहाड़ी लड़कियां कितनी गोरी चिट्टी होती हैं.
अगर कोई देख लेता है तो उसका मन मुठ मारने का हो जाता है.
फिर मेरी ये मुँह बोली बहन का तो कहना ही क्या था … उसको देख कर तो बूढ़ा भी जवान हो जाता है.
यह बात आज से कुछ साल पहले की है, उस वक्त मैं पढ़ता था.
वह लड़की मुझे बहुत अच्छी लगती थी.
उसको मैंने उसको अपनी बहन बना लिया और उससे राखी भी बंधवाने लगा.
हमारी कलास का एक लड़का उसको प्यार करता था जिससे उसे बचाने के लिए मैंने बहुत कोशिश की.
एक दिन स्कूल का स्पोर्ट्स डे था.
उस दिन वह लड़का उसके बैग में रखी हुई उसकी स्कर्ट के साथ कुछ कर रहा था.
मैंने देख लिया और उसके करीब जाकर उससे वो स्कर्ट छीन कर वापिस अपनी मुँह बोली बहन के बैग में रख दी.
उसके बैग में मुझे स्कर्ट रखते हुए हमारी ही कलास की किसी और लड़की ने देख लिया था.
ये उसने मेरी मुँह बोली बहन को बता दिया कि मैंने उसकी स्कर्ट के साथ ग़लत किया है.
उस दिन हम दोनों भाई बहन के बीच में बहुत लड़ाई हुई.
उसके बाद एक दिन वह लड़का दुबारा उसको वॉशरूम में परेशान कर रहा था तो मैंने जाकर दुबारा से अपनी बहन को उस लड़के से बचाया.
मेरी बहन ने भावनाओं में बह कर मेरे होंठों से अपने होंठ लगा कर मुझे लिपकिस कर दिया.
हम दोनों ने काफ़ी देर एक दूसरे को लिपकिस किया और उसके बाद मैंने उसके मम्मों को भी खूब चूसा और बाद में मैंने उसकी टांगों के बीच आकर चुत को खूब चूसा.
उसने भी मेरा लंड लॉलीपॉप की तरह खूब चूस लिया था.
उसके बाद हम दोनों एक दूसरे से नज़रें नहीं मिला पाते थे.
क्लास में भी हम दोनों का एक दूसरे से बोलना बंद हो गया था.
इससे वह लड़की जिसने मेरी बहन को मेरे खिलाफ भड़काया था, बहुत खुश रहने लगी थी.
इसी तरह करके हमने स्कूल की पढ़ाई खत्म की और हम अलग अलग कॉलेज में दाखिला लेकर पढ़ाई करने लगे.
उसके बाद हम एक दूसरे के साथ कभी भी नहीं बोले थे.
इस घटना को कई साल हो चुके थे.
मुझे अब दुबारा से उसके साथ बिताए हुए वे कुछ पल बार बार याद आते थे.
वह सब याद करके मैं मुठ मार लिया करता था.
मुझे उसकी याद बहुत ज्यादा आने लगी थी और अब मैं उसके बिना नहीं रह पाता था.
फिर मैंने फ़ेसबुक पर एक लड़की की प्रोफाइल बना कर उसके साथ फ्रेंडशिप की.
आहिस्ता आहिस्ता मैंने उसको बता दिया कि मैं वही लड़का हूँ.
अब हम दोनों मिलने लगे और खूब बातें करने लगे.
उसको लगा कि अब जो पहले हम दोनों के बीच में हो चुका है, उसको भुला कर हमें अब नई तरह से अपना रिश्ता मज़बूत करना चाहिए.
फिर रक्षा बंधन वाले दिन जब वो दुबारा मुझे राखी बांधने मेरे घर आई.
उस समय मैं अपने घर पर अकेला था.
मैंने उसको बहला फुसला कर सेक्स के लिए राजी कर लिया.
उस दिन मैंने राखी कलाई पर बंधवाने की बजाए अपने लंड पर बँधवा ली थी.
वह उस दिन खुद ही चुदने के मूड में आई थी और उसने ये सोचा था कि यदि मौका मिला तो वह मुझसे चुदवा कर ही वापस जाएगी.
उस दिन जब चुदाई हो चुकी, तब वह मेरे साथ नंगी बैठी थी.
मैंने उसके दूध सहलाते हुए उससे पूछा- क्या तुमको मेरे साथ सेक्स करके मजा आया?
वह मेरी तरफ देखने लगी और हंस कर बोली- क्या चूतिया आदमी हो यार? यदि मजा न आया होता तो तुम्हारे साथ मैं इधर नंगी बैठी होती?
मैं भी उसके जवाब से हंस दिया और उसको उठा कर बाथरूम में ले गया.
वह बोली- क्या इरादा है बहन के लौड़े?
मैंने कहा- आज गांड मारने का मन है.
वह इतना सुनते ही मेरी गोद से मछली की तरह फिसल कर अलग हो गई.
मैंने उसे भागने नहीं दिया और पकड़ कर बाथरूम में ले आया.
वह लगातार मना कर रही थी- गांड में नहीं, आगे की ही ले लो.
मैंने उससे कहा- तुम एक बार पीछे लेकर देखो, मजा न आए तो कहना.
वो बोली- मुझको मजा नहीं लेना है. मुझे मालूम ही कि उधर दर्द ही होगा.
मैंने उसे बहुत समझाया और कहा कि एक बार मुझे कोशिश करने तो दो.
वो किसी तरह राजी हुई.
मैंने उसे शॉवर के नीचे खड़ी करके उसके साथ नहाना शुरू किया.
फिर शैंपू हाथ में लेकर उसकी गांड में उंगली से लगाया.
उसको काफी डर लग रहा था.
पर जब मेरी उंगली बिना किसी दर्द के अन्दर चली गई तो उसे कुछ आश्चर्य हुआ.
फिर मैंने उंगली से ही उसकी गांड मारी.
वह मेरे साथ गांड मरवाने में सहज हो गई थी और उसने अपनी गांड ढीली छोड़ कर मेरा सहयोग करना शुरू कर दिया था.
कुछ समय बाद मैंने उसकी गांड में दो उंगलियां पेलीं और उसको हल्का सा दर्द हुआ.
मगर वह भी शायद अब गांड मराने का मन बना चुकी थी.
उसने खुद से कहा- अब लौड़े को गांड में पेलो.
मैंने उसे बेसिन से हाथ टिका कर खड़े होने के लिए कहा और खुद उसके पीछे से आकर अपने लंड पर खूब सारा शैंपू लगा लिया.
वह भी पूरे मूड में थी.
मैंने लौड़े का सुपारा उसकी गांड के पहले रिंग में घुसेड़ दिया तो उसको हल्का सा दर्द हुआ.
फिर मैंने शैंपू की शीशी से शैंपू उड़ेलना शुरू किया तो उसकी कमर से बहता हुआ शैंपू सीधे मेरे लंड पर आया और गांड में घुस गया.
उसी समय मैंने लंड को झटका दिया तो शैंपू अन्दर चला गया और गांड को चिकनाई मिल गई, जिससे लंड को भी अन्दर घुसने में सहूलियत हो गई.
अब मैं इसी तरह धीरे धीरे अपने लौड़े को उसकी गांड में ठेलता गया और शैंपू टपकाता गया.
सच में यह तरीका बहुत ही कारगर था.
उसकी गांड में पूरा लंड घुस गया तब जाकर उसको दर्द हुआ.
मैंने लौड़े को आगे पीछे करके उसकी गांड मारना शुरू कर दी, साथ में शैंपू की धार लगातार उसकी गांड में चिकनाई बनाए हुए था.
कुछ ही देर में उसको गांड मरवाने में मजा आने लगा और मैंने भी उसे हचक कर पेलना चालू कर दिया.
उस दिन मेरी मुँह बोली बहन मेरे लौड़े से अपनी गांड भी मरवा बैठी थी.
उसके बाद फिर Xxx चंडीगढ़ गर्ल सेक्स का सिलसिला यूँ ही चलता रहा.
हम दोनों लोग चूत और गांड चुदाई का मजा लेने लगे थे.
उसने मुझे बाद में बताया था कि उसने भी ये साल मेरे बिना बड़ी मुश्किल से बिताए थे.
वह भी मेरे साथ दुबारा एक बार सेक्स करना चाहती थी.
उसकी मॉम नहीं हैं, ना उसके पापा को पता था कि मुझे उसने अपना भाई बनाया हुआ है.
ये बात मेरे घर पर भी सबको पता थी कि हम दोनों भाई बहन बने हुए हैं.
इसलिए कभी वो मेरे घर आ जाती, तो कभी मैं उसके घर जाता था.
वह एक इंजीनियर है लेकिन उसने कभी भी कॉलेज टाइम में किसी के साथ सेक्स नहीं किया था.
उसने बताया कि उसने उसी दिन सोच लिया था कि वो अगर अपनी वर्जिनिटी खोएगी, तो सिर्फ़ मेरे साथ ही … बरना कभी नहीं खोएगी.
उसकी सील मैंने ही तोड़ी थी.
मैंने उसकी बॉडी का हर एक छेद अपने वीर्य से भरा है.
वो मेरा लंड मुँह में लेकर बहुत मजे से चूसती थी.
मैंने उसकी चुत और गांड में बहुत बार अपना वीर्य गिराया है.
क्योंकि अब उसके बूब्स भी बहुत अच्छे हो गए थे, तो मैंने उसके बूब्स की चुदाई भी बहुत की है.
जिन लोगों में बूब्स फकिंग देखी होगी … उनको पता होगा कि इसमें कितना मजा आता है.
लौड़े का अगला हिस्सा सीधे लड़की के मुँह में जाता है, जिसे वो अपनी जीभ से चाट कर लंड को बड़ा सुकून देती है.
इसी आसन में मैंने एक बार उसे अपनी सुसू भी पिलाई थी. उसके बाद हम दोनों एक दूसरे का पेशाब भी बहुत पीना पसंद करने लगे थे.
यही करते करते वो एक बार प्रेग्नेंट हो गई थी.
हम दोनों बहुत डर गए थे, मैंने दिमाग़ लगा कर अपनी जान पहचान की लेडी डॉक्टर से उसका गर्भपात करवा दिया था.
अब उसकी शादी हो गई है.
पर शादी से पहले महिला संगीत वाले दिन मैंने उसकी खूब चुदाई की थी.
मैंने उस दिन उसकी गांड और मुँह में ही लंड पेला था.
उस दिन मैंने उसकी चूत ही नहीं पेली थी कि कहीं उसके होने वाले पति को शक ना हो जाए.
उसके बाद हम दोनों ने आपस में सेक्स करना छोड़ दिया था.
फिर एक दिन शादी के बाद फरवरी में वह मिली और बोली कि उसका पति उसको अच्छे से नहीं चोद पाता है.
मैंने पूछा- अच्छे से नहीं चोद पाता है, इसका क्या मतलब हुआ?
उसने हंस कर कहा- जैसे तुम चोदते हो.
मैंने डिटेल में बात की तो उसने बताया कि उसका पति का लंड बहुत ज्यादा छोटा है और वो बहुत जल्दी झड़ भी जाता है. इस वजह से वो सारी रात अकेली चुदाई की प्यास में तड़पती रहती है.
मैंने कहा- फिर?
उसने मुझसे कहा- फिर ये कि तुम ही मुझको वो दे सकते हो. कोई और नहीं दे सकता. मेरा पति तो बिल्कुल भी नहीं दे सकता. इतने दिनों में वो मुझे मां नहीं बना सका तो और क्या कहूँ!
बस फिर क्या था … वो मुझसे ही चुदाई करवाने लगी.
हम दोनों एक ही शहर में ही रहते थे तो हमें सारे घर घाट मालूम थे कि किधर चुदाई का मजा लिया जा सकता है.
मैंने उसे दम से चोदा और नतीजा ये हुआ कि अब वो पेट से हो गई है.
हम दुनिया की नज़रों में तो भाई बहन हैं लेकिन असली में हम दोनों हज़्बेंड वाइफ हैं.
जो काम हमारा स्कूल के दिनों में अधूरा रह गया था, वो मैंने अब पूरा कर लिया है.
अब होने वाला बेबी मुझको पापा बोलेगा या मामा … ये देखना दिलचस्प होगा.
कल ही उसका फोन आया था, बोल रही थी कि वो बहुत जल्द अपने पति को छोड़ कर मुझसे ही शादी करना चाहती है, ताकि उसको मैं रोजाना चोद सकूँ.
मैंने उसको अभी अपने होने वाले बच्चे पर ध्यान देने को बोला है. अभी एक साल ऐसे कुछ नहीं सोचना, उसके बाद हम कुछ करेंगे. हम दोनों किसी और शहर में जाकर शिफ्ट हो जाएंगे, जहां हमको कोई जानता भी ना हो. वहां हम पति पत्नी की तरह रहेंगे.
उसने मेरी बात मान ली है और कहा है कि जब वो मेरे साथ रहने लगेगी, तब वो अपने पति को तलाक़ दे देगी.
दोस्तो, आपको ये सच्ची Xxx चंडीगढ़ गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज बताएं.