चाची की सहेली की चूत चुदाई का मजा

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हॉट Xxx चूत की कहानी मेरी चाची की सेक्सी सहेली की चुदाई की है. लॉकडाउन में वो चाची के पास रहने आई थी. मेरी उससे सेटिंग कैसे हुई, कैसे मैंने उसे चोदा, पढ़ कर मजा लें.

हाय दोस्तो, ये मेरी पहली सेक्स कहानी है. आपकी सराहना मेरे लिए उत्साहवर्धक होगी.

मेरा नाम अविनाश है और मैं महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक छोटे से गांव से हूँ.
मेरी उम्र 23 साल है.

ये हॉट Xxx चूत की कहानी मेरे साथ घटी एक हकीकत है.

मेरी और मेरे चाची की सहेली की उस वक्त की बात है जब देश में लॉकडाउन लगा हुआ था.
मैं कॉलेज की पढ़ाई के साथ साथ खेती का काम भी करता था.

लॉकडाउन लगा होने की वजह से कॉलेज बंद हो गया था. मैं खेती का काम करने लगा था.

एक दिन चाची मेरे पास आईं और बोलीं- ये एक फोन नम्बर है, जो मैं तुझे दे रही हूँ. इस नम्बर व्हाट्सैप पर हाई लिख कर भेज दे, वो मुझे कुछ फोटो भेजने वाली है.
मुझे लगा चाची के कोई रिश्तेदार होंगे.

मैंने हाई किया.
उसके कुछ देर बाद उस नम्बर पर मुझे कुछ फोटो मिले.

मैंने देखा तो एक मस्त खूबसूरत औरत की फोटो थी. साथ ही कुछ और कागज आदि के फोटो थे.

मैंने चाची को आवाज लगाकर बुलाया और फोटोज दिखाए.
फिर मैंने चाची से पूछा- कौन है ये?

चाची ने बताया कि ये मेरी सहेली है.
मैंने चाची से कहा- बहुत खूबसूरत है.
वो तुनक कर बोलीं- तो तुझे क्या करना?
मैं चुप होकर वहां से निकल गया.

कुछ दिन यूं ही निकल गए.

एक दिन चाचा ने कॉल करके बताया- मैं 2 दिन के लिए बाहर जा रहा हूँ.
वो रात में निकल गए.

दूसरे दिन रात में गाड़ी लेकर वापस आए, उसमें कुछ सामान था.
साथ में एक महिला भी थी. वो गाड़ी से एकदम से उतरी और सीधी घर में चली गयी.

मैंने और चाचा ने सामान उतारा और बाहर रख दिया.
वहां से घर आकर मैं सो गया.

सुबह जल्दी उठ कर मैं काम पर निकल गया.
ऐसे ही दो तीन निकल गए.

एक दिन मैं बाहर नहा रहा था तब मैंने उस महिला को देखा तो देखता ही रह गया.
उस वक्त वो गाउन में थी. मुझे बहुत ही सेक्सी माल लगी. एकदम दूध जैसी सफेद थी.
उसकी उम्र 35-40 के अन्दर की रही होगी, हाइट सवा पांच फिट रही होगी.

मैं नहाने के बाद काम पर निकल गया.
रात को घर आकर मैंने उस नम्बर पर हाय भेजा.

उसने भी हाय भेजा.
मैंने उसका नाम पूछा तो उसने नाम नहीं बताया और उसके बाद उसने कुछ रिप्लाय भी नहीं दिया.

दूसरे दिन फिर से मैंने उसे मैसेज किया. फिर भी उसने रिप्लाय नहीं दिया.
ऐसे ही चार पांच दिन निकल गए. न ही मैंने मैसेज किया और न ही उसने.

छटे दिन उसने मैसेज किया.
मैंने रिप्लाय देना चालू कर दिया.

उसने अपना नाम बताया.
उसका नाम सोना था, ये मैं बदला हुआ नाम लिख रहा हूँ.

मैंने भी अपना नाम बताया.
मैं उसे मैडम कह कर पुकार रहा था- आप कहां से हो मैडम?

मैडम- मैं पुणे से हूँ और आप कहां से हैं?
मैं- मैं इसी गांव का हूँ.
मैडम- इसी गांव का क्या मतलब हुआ?

मैं टोन बदल कर बोला- जिस गांव में तुम हो, उसी गांव में मैं रहता हूँ मैडम.
मैडम- और मैं कहां हूँ?

मैं- तुम मेरे घर के बाजू में रहने आई हो.
मैडम ने इधर उधर देखा और लिखा- तुम कहां हो?

मैं- मैं अपने घर में हूँ.
मैडम- वो तो मुझे भी पता है कि तुम घर में हो … पर कहां?
मैं- घर के अन्दर.
मैडम- ओके ओके.

ये बोल कर वो घर के अन्दर चली गयी.

उसने चाची से पूछा- अपने बाजू में कौन लड़का रहता है?
उन्होंने बताया- वो मेरा भतीजा है.

ये क्या करता है, कहां रहता है, उसने मेरे बारे में चाची से सब कुछ पूछ लिया.
चाची ने भी उसे सब बता दिया.

फिर उसने अलग होकर मुझे मैसेज किया- अब तुम कहां हो?
मैं- बाहर बैठा हूँ.
मैडम- मैं भी बाहर हूँ.

उसने मेरे नम्बर पर कॉल किया.
जैसे ही एक रिंग बजी, उसने सुनते ही फोन कट कर दिया.

मैंने लिखा- कॉल क्यों किया था?
मैडम- बस ऐसे ही.

मैंने कुछ नहीं कहा.
मैं समझ गया कि वो मुझे देखना चाहती थी.

ऐसे ही कुछ दिन निकलते गए.

चाची के लड़के उसे मौसी कहते थे.

एक दिन चाची ने बुलाया और कहा- तेरी इस मौसी को कुछ सामान लाना है, तुम इसे लेकर जाओ.
मैं उसको लेकर मार्केट गया.

उसने कुछ सामान खरीदा और मेरे लिए कैडबरी ले ली.
हम दोनों घर के लिए निकले.

अब वो मुझसे बात करने लगी- तेरा नाम क्या है रे?
मैं- मैंने तुमको बताया तो था.

मैडम- फिर से बताओ न?
मैंने अपना नाम बताया.

इसी तरह की बातचीत में मैडम ने फिर से सब पूछ लिया.

मैडम- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैं एकदम चुप रहा और वो भी.

फिर हम घर आ गए.
मैंने गाड़ी पार्क की और मैडम ने आवाज लगा कर बुलाया.

मैडम ने थैंक्यू बोल कर हग किया और मेरे गाल पर एक किस कर दिया.

मुझे कुछ समझ नहीं आया कि ये क्या हुआ.
मैं वहां से घर निकल आया.

रात में मैडम ने मैसेज किया और बोली- मुझे तुमसे बात करके बहुत अच्छा लगा.
मैं- मुझे भी, पर मैं आपको क्या कहकर पुकारूं … मौसी कहूँ क्या?

मैडम- नहीं तुम मुझे मेरे नाम से ही पुकारा करो.
मैं- नहीं तुम मुझसे बड़ी हो, मैं तुमको मैडम ही कहूँगा.

वो पुणे में जॉब करती थी इसलिए उसको मैडम कहने में कोई हर्ज नहीं था- ठीक है.
फिर उसने मुझे आवाज दी कि तुझे तेरी चाची बुला रही है.

मैंने आवाज दी- हां चाची.
चाची- मेरे मोबाईल में सिम नहीं दिख रहा है. देखना जरा क्या हो गया है?

मैंने मोबाईल को देखा, तो सब ठीक था, पर उसमें सिम को उलटा डाला हुआ था.
ये सब मैं बेड पर बैठ कर देख रहा था.

मैडम मेरे पास आई और बोली- ठीक हो गया क्या?
मैं बोला- हां.

मुझे लगा ये मैडम ने ही किया होगा.

जब मैं जाने लगा तो मैडम मेरे पास आकर बोली- मुझे तुम बहुत पसंद हो.
ये कह कर उसने मेरे होंठों पर किस कर दिया.

मैं अचकचा गया और जल्दी से वहां से निकल गया.
वो हंस दी.

मैंने व्हाट्सैप पर उसे मैसेज कर दिया- आई लव यू.

मैडम ने तुरंत रिप्लाय किया- आई लव यू टू … मुझे तुमसे मिलना है.
मैं- हां ठीक है, रात में सबके सोने के बाद मिलेंगे.
मैडम- हां.

उसने 11 बजे मैसेज करने को कहा.
मैंने मैडम को 11 बजे मैसेज किया, तो उसने भी मुझे रिप्लाय दिया.

मैं- चाचा चाची सो गए क्या?
मैडम- हां … और तुम्हारे पापा मम्मी सो गए क्या?
मैं- हां.

वो बोली- बताओ किधर मिलना चाहते हो?
मैंने उसे मैसेज किया कि बाजू वाले घर में आ जाओ, जहां हम लोग हमारी भैंसों की जरूरत का सामान रखते हैं.
मैडम ओके बोल कर आ गयी.

मैं पहले से ही इंतजार कर रहा था.
जब वो आई तो एकदम हुस्न की परी लग रही थी.
वो कुछ इत्र जैसा लगा कर आयी थी जो मुझे उसकी तरफ खींच रहा था.

उसने पिंक कलर की मैक्सी पहनी हुई थी. उसमें से उसके उभार उठे हुए दिख रहे थे.

वो मेरे पास आई और बोली- देखता ही रहेगा या कुछ करेगा भी?
मैंने उसे बांहों में लिया और मसलने लगा, उसके होंठों पर होंठों रख कर किस करने लगा.

वो भी मेरा साथ दे रही थी.

हम दोनों ऐसे बेताबी से किस कर रहे थे मानो बहुत सालों के प्यासे हों.
कब हमने कपड़े उतारे, कुछ पता ही नहीं चला.

वो रेड कलर ब्रा पैंटी में एकदम पटाखा माल लग रही थी.

मैं उसकी चूत सहला रहा था और एक हाथ से दूध दबा रहा था.
वो इतनी कामुक हो गयी कि मादक आवाजें निकालने लगी थी.

मैं उसकी ब्रा निकाल कर उसके भरे हुए चूचे पीने लगा तो वो मेरे सर को छाती पर दबाने लगी.
मैंने एक हाथ से उसकी पैंटी निकाल कर अलग कर दी और नीचे बैठ कर चूत चूसने लगा.

जैसे ही मैंने चूत चूसना शुरू किया, उसकी सिसकारियां तेज होती गईं और वो एकदम से अकड़ गई.
फिर अचानक से मेरे मुँह पर अपनी चूत दबाती हुई शांत हो गयी.

उसकी हॉट Xxx चूत से बहुत सारा नमकीन पानी बह निकला.
वो मैंने पूरा चाट लिया.

फिर वो बोली- तुम गांव में रहते हो, फिर भी तुझे सेक्स का इतना सब कैसे पता है?
मैंने बोला- सब अपने आप सीख गया.

वो समझ गई कि ये सब ब्लूफिल्म का कमाल है.
फिर उसने मुझे किस करना चालू कर दिया और उसके बाद उसने मेरी चड्डी निकाल कर मेरे लंड को देखने लगी.

वो लंड सहला कर बोली- मस्त लंड है तेरा … आज खूब मजे से चुदूँगी.
उसने लंड मुँह में ले लिया तो मुझे ऐसा लगा, जैसे जन्नत का मजा मिल गया हो. वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे प्रोफेशनल रंडी हो.

वो अचानक से बोली- मैं बहुत दिन से चुदी नहीं हूँ, आज जल्दी से मेरी प्यास मिटा दे.

मैंने भी देर ना करते हुए उसे नीचे फर्श पर लिटाया और चूत के ऊपर लंड रख कर जोर से धक्का लगा दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.

लंड अन्दर जाते ही उसने अपने मुँह से चीख निकालना चाहा; मैंने झट से उसके होंठों से अपने होंठों को चिपका दिया.

उसने मुझे कस कर पकड़े रखा.
मैंने और एक धक्का दे दिया.

इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड अन्दर चला गया.

वो मेरी ओर देख कर रोने लगी और गाली देने लगी- बहनचोद धीरे नहीं डाल सकता था क्या? … मैं क्या कोई रंडी हूँ जो बेरहमी से पेल दिया!

मैं उसे किस करता रहा, उसके दूध दबाता रहा.
फिर वो नीचे से धक्के देने लगी तो मैंने भी धीरे धीरे अन्दर बाहर करना चालू कर दिया.

वो मादक आवाजें लेने लगी और कामुक सिस्कारियां निकालने लगी- इस्स्स आह उफ्फ मर गई अअह चोद मुझे … और जोर से चोद मादरचोद!
मैं भी गाली देते हुए बोलने लगा- ले साली मादरचोद ले लंड खा रंडी साली आज से तू है कुतिया ले लौड़ा खा साली.

वो जोर जोर से बोले जा रही थी- आ आह चोद दे मेरी चूत रगड़ दे साले उफ्फ.

मैं दस मिनट तक उसकी चूत चुदाई में लगा रहा.
वो अचानक से मुझे पकड़ कर बोली- आह … मैं तो गयी.

मेरा भी निकलने वाला था, तो मैंने उससे पूछा- कहां निकालूँ?
उसने कहा- अन्दर ही निकाल दे.

कुछ देर बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर प्यार करने लगे.

उसने बताया कि वो बहुत समय से चुदी नहीं थी. आज उसे बहुत मजा आया.
कुछ देर बाद उसने फिर से मेरे लंड को मुँह में ले लिया और चूस कर फिर से खड़ा कर दिया.

मैंने उसकी चूत की चुदाई चालू कर दी.
इस बार मैंने उसे काफी देर तक चोदा.

उस रात मैंने उसकी तीन बार हॉट Xxx चूत की चुदाई की और एक बार उसकी गांड भी मारी.

उसके बाद मैंने उसे 6 महीने तक चोदा.

वो पुणे गई ही नहीं.
उसने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी.

वो 6 महीने तक गांव में क्यों रही थी, इसके पीछे उसके पति का कर्जदार हो जाना एक बड़ा कारण था, जिसके चलते वो पुणे नहीं गई.

उसके वापस जाने के बाद मैंने अपनी चाची को भी चोदा, वो सेक्स कहानी में अगली बार बताऊंगा, तब तक के लिए नमस्कार.

आपको हॉट Xxx चूत की कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं.

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