सेक्स में बढ़ती रुचि और जागरूकता आजकल युवाओं को नये प्रयोग करने के लिए प्रेरित करती है. ऐसा ही एक चलन है सुहागरात के दिन यौनांगों पर मेंहदी या हिना का डिजाइन!
प्रश्न- क्या शादी की पहली रात को अपने पति को रिझाने या सर्प्राइज़ देने के लिए या मोहित करने के लिए क्या मुझे अपने गुप्तांगों पर मेंहदी लगवानी चाहिए?
उत्तर- सबसे पहले तो आप भूलें नहीं कि आप ऐसी संस्कृति का हिस्सा हैं जहां पर कामसूत्र का जन्म हुआ है. इसलिए इस देश में इस तरह के अनेकों अद्भुत आश्चर्य आपको देखने को मिल जायेंगे जो रति-क्रिया में आपको अलग ही अनुभव दे सकते हैं और आपके उन हसीन पलों को सदैव के लिये यादगार बना सकते हैं.
जहां तक शादी की पहली रात की बात है तो असल जिंदगी में इस तरह के प्रयोग आपको शायद वास्तविक न लगें लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आधुनिक ही नहीं बल्कि प्रचीन काल से ही शादी की परम्परा में इस तरह से प्रयोग किये जाते रहे हैं. खासकर कि समृद्ध उच्च वर्ग के समाज में तो गुप्तांगों पर मेंहदी कला का चलन काफी लोकप्रिय प्रवृत्ति के रूप में देखा जाता है और यह काफी पुराना भी है. इसके साथ ही मध्य पूर्व की शादियों में इस तरह का चलन काफी आम रहा है.
सामान्य तौर पर यह निम्न परिस्थितियों में कारगर माना जाता है-
1. शादी की पहली रात में अपने पार्टनर को रिझाने के लिए-
शादी की पहली रात यानि सुहागरात में गुप्तांग (वक्ष स्थल, योनि और गुदा स्थल) पर मेहंदी से डिजाइन करवाया जाता है. यह केवल दुल्हन की इच्छा निर्भर करता है कि वह कब इस तरह का प्रयोग करना चाहती है. आमतौर पर शादी से एक या दो दिन पहले दुल्हन इस ओर रुख करती है.
2. शादी के बाद हनीमून को यादगार बनाने के लिए-
कई बार शादी के बाद पहले हनीमून को यादगार बनाने के लिए कपल्स इस तरह के प्रयोग करते हैं. ऐसे में दो जिस्मों (स्त्री और पुरूष) के बीच में शारीरिक संबंध को अधिक गहराई से स्थापित करने के लिए ऐसा किया जाता है.
3. शादी की सालगिरह पर नीरस दाम्पत्य जीवन में नई ऊर्जा पैदा करने के लिए-
अक्सर देखने में आता है कि शादी के कुछ वक्त बाद, मसलन दो-तीन साल बाद स्त्री और पुरूष के शारीरिक संबंधों में मिठास कम हो जाती है. इस स्थिति में भी इस तरह की कला का सहारा लिया जाता है ताकि कमजोर पड़ चुकी कामाग्नि को फिर से भड़काया जा सके.
यदि आप एक निर्भीक और खुले विचारों वाली महिला हैं जो जीवन के खास पलों का किसी विशेष अंदाज में लुत्फ उठाने का मन रखती हैं, अपनी शादी की पहली रात को खास पलों में पिरोने सपना देखती हैं और कई सालों तक उसे यादगार बनाना चाहती हैं तो आपको स्वयं को कामोत्तेजक व शृंगारिक मेहंदी का प्रयोग करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए.
यह आपके अंतरंग सम्बंधों को एक मधुर शुरूआत देने में काफी मददगार साबित हो सकता है. इसलिए हिचकें नहीं और न ही शरमायें, यह काफी लाभप्रद हो सकता है जो आपको एक अलग ही अहसास की दुनिया में ले जाता है, आपको एक दैवीय ऊर्जा का अहसास करवा सकता है.
एक उदाहरण के लिए यदि टाइटेनिक फिल्म को लें तो आपको जैक और रोज़ के किरदारों पर फिल्माया गया वह दृश्य अवश्य ही अपने मानस पटल पर उभर कर दिखाई देने लगेगा जो फिल्म का एक बहुचर्चित हिस्सा रहा है.
क्या आपको नहीं लगता कि दुनिया का हर पुरुष उसी लड़के के किरदार में खुद को देखना चाहता है और दुनिया की हर लड़की अपने मर्द (पति या होने वाले पति) के हाथों उसी की तरह एक कला बन जाने का सपना देखती होगी?
शरीर के गुप्तांगों के अतिरिक्त कमर की तगड़ी के रूप में भी मेंहदी डिजाइन काफी आकर्षक लगता है. इसके अलावा इसमें और भी कई तरह के प्रयोग किये जा सकते हैं. जैसे कि योनि के ऊपरी हिस्से पर एक गुलाब बनाना कामुकता को कितना बढ़ा सकता है, आप स्वयं कल्पना करके इसका अंदाजा लगा सकती हैं.
शरीर के छुपे हुए अंगों पर इस तरह के डिजाइन देखने वाले के मन में एक अलग ही रोमांच पैदा कर देते हैं. यहां पर हिना के रंग का प्रभाव कुछ अलग ही हो जाता है. हिना का गहरा रंग किसी गोरे बदन पर किसी पुष्प की भांति खिल उठता है.
जरा कल्पना करें कि आपका होने वाला पति या शादी की सुहागरात के दिन आपका पति जब आपकी योनि की एक झलक पाने के लिए तरस रहा होता है और उसको आपके वहां पर एक खूबसूरत सा डिजाइन मिले या फिर ऐसी कला मिले जिसके बारे में उसने अंदाजा भी न लगाया हो तो कैसा रहे?
मसलन इसमें आप अपने हबी या अपने पति के नाम का पहला अक्षर इस डिजाइन के बीच में बनवा कर उनको ज्यादा मोहित कर सकती हैं. इससे आपके सेक्स संबंधों में अलग ही मजबूती आयेगी. इसलिए इस तरह के प्रयोग काफी सहायक सिद्ध भी होते हैं. इसमें कोई दो राय नहीं हैं.
सुहागरात के अगली सुबह जब मीठी मीठी मादक भोर में आप दोनों एक दूसरे के जिस्मों को उभरते दिन की हल्की रोशनी में देखेंगे तो उस समय आपके पति के पौरुष के लिए आपको और आपके जिस्म के अंगों को नजरअंदाज करना बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य हो जायेगा. उन पलों को और अधिक मादक और कामुक बनाने का काम मेंहदी बखूबी कर सकती है.
आप स्वयं अंदाजा लगा सकती हैं कि आपका जीवनसाथी आपके जिस्म के हर इंच हिस्से को प्यार किये बिना अपना बिस्तर शायद ही छोड़ पाये. मेंहदी में ऐसा जादू होता है.
यहां पर इस बात का भी ध्यान रखें कि कई मामलों में आपका परिवार या फिर आपका होने वाला जीवनसाथी शायद आपकी इस फैंटेसी से सरोकार न रखे और आपको विरोध का सामना करना पड़े, ऐसे में आपको अपने विवेक से काम लेना होगा.
यहां पर यह जरूरी हो जाता है कि आपका जीवन साथी भी आपकी तरह ही खुले विचारों वाला हो.
इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सिर्फ आपको अपने मन से मजबूत रहने की इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है.
इंटरनेट के द्वारा पोर्न और सेक्स के बारे में मनोवांछित सामग्री की उपलब्धता और सिनेमा में यौन रचनात्मकता का बढ़ता चलन आधुनिक समाज की लड़कियों को इस तरह के प्रयोग करने के लिए अब ज्यादा प्रेरित करने लगा है, बस जरूरत एक समझदार और खुले विचारों वाले साथी की होती है, उसके बाद कुछ भी असंभव नहीं है.
यदि आप इस तरह के प्रयोग का मन बना चुकी हैं तो आप कुछ इस तरह से इसको आजमा सकती हैं-
योनि पर कामोत्तेजक मेंहदी और योनि मसाज-
योनि मसाज से सीधा तात्पर्य है कि आप अपनी स्त्रियोचित ऊर्जा को जगा रही हैं. आप अपनी योनि को सरल रूप से रतिक्षण तक पहुंचने के लिए तैयार कर रही हैं. अपनी दबी हुई काम प्रवृत्ति को अंतरंग क्षणों के लिए ज्यादा संवेदनशील बना रही हैं.
उपर्युक्त किसी भी तरह के प्रयोग के लिए आपके पास कलाकार के रूप में दो प्रकार के विकल्प हो सकते हैं-
1. महिला कलाकार
2. पुरूष कलाकार
महिला कलाकार के साथ आप नग्न अवस्था में अधिक सहज महसूस करेंगी. यहां तक कि मसाज का अनुभव भी काफी सुखद और बिना किसी झिझक या असुविधा के पूरा हो सकेगा.
वहीं दूसरी ओर पुरूष कलाकार के समकक्ष आप तभी सहज हो सकती हैं जब आप मानसिक रूप से पहले से ही तैयार हों. यदि आपको किसी अन्जान व्यक्ति या अजनबी शख्स के सामने निर्वस्त्र होने में कोई परेशानी नहीं होती है तो आप पुरूष कलाकार के साथ भी जा सकती हैं.
पुरुष स्पर्श- नारी शरीर किसी भी तरह के स्पर्श के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होता है. इसीलिए पुरूष स्पर्श की पहचान महिलाओं को अच्छी तरह से हो जाती है. यहां तक कि महिलाओं को इस बात की अनुभूति भी हो जाती है कि जो स्पर्श उनके शरीर पर किया गया है उसके पीछे का प्रयोजन क्या रहा होगा. इसलिए पुरूष महिलाओं को स्पर्श करने से पहले सावधानी रखते हैं.
यहां पर गौर करने वाली बात ये भी है कि एक पुरूष का स्पर्श आपके जिस्म को ऑर्गाज्म का अनुभव करने के लिए ज्यादा संवेदनशील बनाने में सहायक होता है, खासकर कि जब आप योनि मसाज का विकल्प चुनती हैं.
इसमें शरीर पर दिये जाने वाले दबाव और लय का भी विशेष महत्व होता है. एक पुरूष थैरेपिस्ट को इस बात के बारे में भलीभांति ज्ञान होता है कि किसी महिला के शरीर के किस अंग को कितने दबाव की आवश्यकता है और किस अंग पर किस तरह की लय काम करती है. इसी वजह से इस क्षेत्र में पुरुष कलाकार अधिक देखने को मिल जाते हैं, बजाय कि महिला कलाकारों के.
उपर्युक्त सभी बिन्दुओं पर ध्यान देने के अलावा मेंहदी या हिना के दुष्प्रभावों से बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है. आप जो प्रयोग करने जा रही हैं वह आपके हाथों या पैरों पर नहीं बल्कि जिस्म कुछ बहुत ही संवेदनशील अंगों पर होने जा रहा होता है.
इसीलिये इस तरह के प्रयोग करते समय आप रखें कि आप केवल प्राकृतिक हिना या मेंहदी का ही प्रयोग करें क्योंकि यौनांग बहुत ही संवेदनशील होते हैं. यौनांगों पर यदि केमिकल युक्त हिना या मेंहदी का प्रयोग किया जाये तो समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसलिए सावधानी के साथ मेंहदी का चुनाव करें.
कई बार मार्केट में कृत्रिम उत्पाद भी प्राकृतिक का टैग लगा कर बेच दिये जाते हैं. इसलिए सूझ बूझ का प्रयोग करते हुए सही का चुनाव करें क्योंकि आप इसको अपने शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों पर प्रयोग करने वाली हैं.